ETAWAH साइबर फ्रॉड करने वाले गैंग का पर्दाफाश; 04 अभियुक्त गिरफ्तारलगभग 09 करोड़ रूपयों की ठगी कर

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इटावा पुलिस 22.12.20 24साइबर फ्रॉड करने वाले गैंग का पर्दाफाश; 04 अभियुक्त गिरफ्तार
लगभग 09 करोड़ रूपयों की ठगी कर कर चुके थे साइबर ठग
आम जनमानस को सस्ते ब्याज पर लोन दिलवाने एवं उन्हें नौकरी दिलाने का झाँसा देकर उनके बैंक में एकाउन्ट खुलवाकर उनके एटीएम, पासबुक, चैक तथा सिमकार्ड का प्रयोग कर साइबर फ्रॉड करने वाले 04 अभियुक्तों को किया गया गिरफ्तार,
कब्जे से फ्रॉड में प्रयुक्त मोबाइल, लैपटॉप, क्यूआर कोड स्कैनर, उद्यम रजिस्ट्रेशन प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, बैंक चैकबुक,पासबुक एवं 01 स्कोडा कार की गयी बरामद ।
अपर पुलिस महानिदेशक कानपुर जोन, कानपुर एवं पुलिस उप महानिरीक्षक कानपुर परिक्षेत्र, कानपुर के निर्देशन, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इटावा संजय कुमार के पर्यवेक्षण, अपर पुलिस अधीक्षक अपराध इटावा के मार्गदर्शन एवं क्षेत्राधिकारी नगर इटावा के कुशल नेतृत्व में एसओजी/सर्विलान्स टीम, थाना फ्रेण्डस कालोनी एवं थाना साइबर क्राइम इटावा पुलिस द्वारा संयुक्त रूप से की गयी कार्यवाही ।
घटना/गिरफ्तारी का संक्षिप्त विवरणः-
I,4,C (इन्डियन साइबरक्राइम कॉर्डिनेशन सेन्टर) द्वारा सम्पूर्ण भारत मे साइबर अपराध करने वाले अभियुक्तों का डाटा सभी राज्यों की राजधानी को उपलब्ध कराया जाता है । जिसके माध्यम से जनपद इटावा में STR (SUSPICIOUS TRANSACTION RECORD) से संबंधित अभियुक्तो की गिरफ्तारी एवं साइबर फ्रॉड के माध्यम से धोखाधड़ी करने वाले गैंग के पर्दाफाश हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इटावा द्वारा दिये गये निर्देशों के क्रम में 21/22.12.2024 की रात्रि को एसओजी/सर्विलान्स टीम, थाना साइबर क्राइम इटावा एवं थाना फ्रेण्डस कालोनी पुलिस द्वारा संयुक्त रूप से थाना फ्रेण्डस कालोनी क्षेत्रान्तर्गत भरथना चौराहे पर भ्रमणशील थी इसी दौरान आपराधिक अभिसूचना प्राप्त हुयी कि गिरोह बनाकर साइबर ठगी करने वाले व्यक्ति जुगरामऊ चौराहे के पास खड़े हैं । सूचना पर तत्काल पुलिस टीमों द्वारा कार्यवाही करते हुये आवश्यक बल प्रयोग कर 04 व्यक्तियों को जुगरामऊ चौराहे के पास से समय 03.42 बजे सुबह स्कोडा कार सहित गिरफ्तार किया गया ।
पुलिस पूछताछः-
पकड़े गये व्यक्तियों से पुलिस टीम द्वारा नाम पता पूछते हुये उनकी तलाशी ली गयी तो उन सभी के कब्जे से 02 फर्जी नम्बर प्लेट, 02 उद्यम रजिस्ट्रेशन प्रमाण पत्र, 04 मोबाइल भिन्न-भिन्न कम्पनी, 01 लैपटॉप, 01 लैपटॉप चार्जर, 02 क्यूआर कोड स्कैनर,14 डेबिट/क्रेडिट/ट्रैवलिंग कार्ड, 10 आधार कार्ड, 4040/- रूपये नकद, 10 चैक बुक (भिन्न-भिन्न बैंक ), 02 पासबुक बरामद किये गये उक्त बरामदगी के सम्बन्ध में पूछताछ की गयी तो उनके द्वारा बताया गया कि हम लोग आम जनमानस को बैंक से सस्ते ब्याज पर लोन दिलवाने एवं सूक्ष्म/लघु/मध्यम उद्योगों में रजिस्ट्रेशन करवाकर रोजगार दिलवाने के नाम पर खाता खुलवा लेते हैं, उनके नाम पर इन खातों से लिंक मोबाइल सिम कार्ड भी निकलवा लेते हैं और बैंकों द्वारा उपलब्ध करायी गयी खातों की किट (चैकबुक/पासबुक/एटीएम कार्ड) के यूजर आईडी पासवर्ड व बैंक में लगे सिम कार्ड को उनसे लेकर टेलीग्राम एप्प पर बने ग्रुप E-PAY, ZED-PAY पर खातों की सम्पूर्ण जानकारी भेज देते हैं जिसके उपरान्त उन खातों में साइबर फ्रॉड का रूपया आता है उसका लाभ इन दोनों एप्प के संचालक लेते हैं जिस पर हमें कमीशन रूप में एक खाता उपलब्ध कराने का 70,000/- से 1,00,000/- रूपये तक मिलते हैं । इसके अतिरिक्त एक से डेढ़ प्रतिशत रूपये कम्पनी के द्वारा भी हमें लाभ के रूप में दिया जाता है

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