Logo video2dn
  • Сохранить видео с ютуба
  • Категории
    • Музыка
    • Кино и Анимация
    • Автомобили
    • Животные
    • Спорт
    • Путешествия
    • Игры
    • Люди и Блоги
    • Юмор
    • Развлечения
    • Новости и Политика
    • Howto и Стиль
    • Diy своими руками
    • Образование
    • Наука и Технологии
    • Некоммерческие Организации
  • О сайте

Скачать или смотреть माता सती के शरीर के टुकड़े जहां-जहां गिरे वहां क्या हुआ??

  • Mythology shorts@9- Manisha Basra
  • 2024-12-04
  • 183
माता सती के शरीर के टुकड़े जहां-जहां गिरे वहां क्या हुआ??
  • ok logo

Скачать माता सती के शरीर के टुकड़े जहां-जहां गिरे वहां क्या हुआ?? бесплатно в качестве 4к (2к / 1080p)

У нас вы можете скачать бесплатно माता सती के शरीर के टुकड़े जहां-जहां गिरे वहां क्या हुआ?? или посмотреть видео с ютуба в максимальном доступном качестве.

Для скачивания выберите вариант из формы ниже:

  • Информация по загрузке:

Cкачать музыку माता सती के शरीर के टुकड़े जहां-जहां गिरे वहां क्या हुआ?? бесплатно в формате MP3:

Если иконки загрузки не отобразились, ПОЖАЛУЙСТА, НАЖМИТЕ ЗДЕСЬ или обновите страницу
Если у вас возникли трудности с загрузкой, пожалуйста, свяжитесь с нами по контактам, указанным в нижней части страницы.
Спасибо за использование сервиса video2dn.com

Описание к видео माता सती के शरीर के टुकड़े जहां-जहां गिरे वहां क्या हुआ??

पौराणिक कथाओं-भगवान शिव की पत्नी माता सती के शरीर के 51 टुकड़े धरती पर गिरे थे, इसलिए शक्तिपीठों की संख्या 51 है: 
मुकुट: पश्चिम बंगाल में मुर्शिदाबाद के किरीटकोण ग्राम. यहां उन्हें माता विमला के नाम से जाना गया.
मणिकर्णिका: उत्तर प्रदेश में वाराणसी के घाट पर उनके कान का गहना मणिकर्णिका गिरा,मणिकर्णिका पड़ा और माता मणिकर्णी के रूप में जानी गईं.
पीठ: तमिलनाडु के कन्याकुमारी में माता की पीठ का हिस्सा गिरा. यहां की शक्ति पीठ में माता को सर्वाणी के नाम से जाना गया.
बायां नितंब: मध्य प्रदेश के अमरकंटक में कमलाधव जगह के पास सोन नदी के किनारे माता सती का बायां नितंब गिरा.
दायां नितंब: अमरकंटक में ही माता का दायां नितंब गिरा और वहीं से नर्मदा नदी का उद्गम हुआ और माता को देवी नर्मदा कहा गया.
आंखें: हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में देवी सती की आंख गिरी. यहां नैना देवी का मंदिर बना और मां महिष मर्दिनी कहलाईं
नाक: बांग्लादेश में शिकारपुर बरिसल माता सुनंदा
गला: कश्मीर के पास पहलगाम में माता सती का गला गिरा और उन्हें महामाया के रूप में स्थापित किया गया.
जीभ: हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में उनकी जीभ गिरी और यहां वो अंबिका कहलाईं.
बायां वक्ष: पंजाब के जालंधन में छावनी स्टेशन के पास एक तालाब में माता सती का बायां वक्ष गिरा. यहां पर माता को त्रिपुरमालिनी के नाम से जाना गया.
दायां वक्ष: उत्तर प्रदेश के चित्रकूट स्थिति रामगिरी में माता सती का दायां वक्ष गिरा और उन्हें देवी शिवानी के नाम से जाना गया.
हृदय: गुजरात का अंबाजी मंदिर काफी फेमस है. यहां उनका हृदय गिरा और माता सती अम्बाजी कहलाईं.
केश: उत्तर प्रदेश के वृंदावन में उनके केशों का गुच्छा गिरा और वो उमा देवी के नाम जानी गईं.
ऊपरी दाढ़: तमिलनाडु के कन्याकुमारी में शुचितीर्थम शिव मंदिर के पास उनकी ऊपरी दाढ़ गिरी. यहां परवो देवी नारायणी कहलाईं.
निचली दाढ़: देवी सती की निचली दाढ़ पंचसागर में गिरी और यहां उन्हें देवी वाराही के नाम से जाना गया.
बाएं पैर की पायल: देवी सती के बाएं पैर की पायल बांग्लादेश के भवानीपुर में गिरी.
दाएं पैर की पायल: आंध्र प्रदेश में कर्नूल के भवानीपुर में उनके दाएं पैर की पायल गिरी और यहां वो देवी श्री सुंदरी कहलाईं.
बायीं एड़ी: पश्चिम बंगाल में पूर्व मेदिनीपुर जिले में माता सती की बाईं एड़ी गिरी थी. यहां पर देवी कपालिनी के नाम से मंदिर बना.
अमाशय: माता सती का अमाशय गुजरात के जूनागढ़ में गिरा. यहां वो चंद्रभागा के नाम से जानी गईं.
ऊपरी होंठ: मध्य प्रदेश में क्षिप्रा नदी के किनारे पर बसे उज्जयिनी में उनके ऊपरी होंठ गिरे. यहां पर उन्हें माता अवंति के नाम से जाना गया.
ठोड़ी: महाराष्ट्र के नासिक में उनकी ठोड़ी गिरी. यहां पर माता सती को देवी भ्रामरी नाम दिया गया.
गाल: आंध्र प्रदेश के सर्वशैल राजमहेंद्री में उनके गाल गिरे और उन्हें विश्वेश्वरी देवी कहा गया.
बायें पैर की उंगली: राजस्थान के बिरात में उनके बायें पैर की उंगली गिरी, यहां पर माता को देवी अंबिका के नाम से जाना गया.
दायां कंधा: पश्चिम बंगाल के हुगली में माता सती का दायां कंधा गिरा और वो देवी कुमारी कहलाईं.
बायां कंधा: देवी सती का बायां कंधा भारत-नेपाल सीमा के मिथिला में गिरा और यहां उन्हें देवी उमा के नाम से जाना गया.
पैर की हड्डी: माता की पैर की हड्डी पश्चिम बंगाल के बीरभूम में गिरी और उन्हें कलिका देवी पड़ा.
कान: कहा जाता है कि कर्नाट (अज्ञात स्थान) में माता सती के दोनों कान गिरे.
शरीर का मध्य हिस्सा: पश्चिम बंगाल के वक्रेश्वर में माता सती के शरीर का मध्य हिस्सा और वो महिषमर्दिनी कहलाईं.
हाथ-पैर: बांग्लादेश के खुलना जिले में देवी सती के हाथ और पैर गिरे और यहां उन्हें यशोरेश्वरी
निचला होंठ: पश्चिम बंगाल के अट्टहास उनका निचला होंठ गिरा और वो देवी फुल्लारा कहलाईं.
हार: पश्चिम बंगाल के नंदीपुर में उनका हार गिरा, मां नंदनी
पायल: श्रीलंका के एक अज्ञान स्थान पर उनकी पायल गिरी. कहा गया कि श्रीलंका के ट्रिंकोमाली में मंदिर पहले था, जो पुर्तगाली बम्बारी में ध्वस्त हो गया.
घुटने: नेपाल के पशुपति मंदिर के पास उनके दोनों घुटने गिरे और यहां वो देवी महाशिरा कहलाईं.
दायां हाथ: तिब्बत के पास मानसरोवर में देवी सती का दायां हाथ गिरा. यहां पर उन्हें दाक्षायनी के नाम से जाना गया.
नाथि: ओडिशा के उत्कल में माता सती की नाभि गिरी और उन्हें देवी विमला कहा जाने लगा.
माथा: नेपाल के पोखरा में बने मुक्तिनाथ मंदिर में देवी का मस्तक गिरा और यहां उन्हें गंडकी चंडी देवी के नाम से जाना गया.
बायां हाथ: पश्चिम बंगाल के वर्धमान जिला में माता का बायां हाथ गिरा. यहां उन्हें बहुला देवी के नाम से जाना गया. देवी का बायां हाथ गिरा था.
दायां पैर: माता सती का दायां पैर त्रिपुरा में गिरा और उन्हें त्रिपुर सुंदरी कहा गया.
दाईं भुजा: बांग्लादेश के चिट्टागौंग जिला में चंद्रनाथ पर्वर शिखर पर देवी सती की दाईं भुजा गिरी. यहां उन्हें देवी भवानी के नाम से जाना गया.
बायां पैर: पश्चिम बंगाल के जलपाइगुड़ी में बायां पैर गिरा और वो भ्रामरी देरी कहलाईं.
योनि: असम के गुवाहाटी में नीलांपल पर्वत पर उनकी योनि गिरी और माता सती को देवी कामाख्या के रूप में जाना गया.
दाएं पैर का अंगूठा: पश्चिम बंगाल के वर्धमान जिले में उनके दाएं पैर का अंगूठा गिरा और उनका नाम देवी जुगाड्या पड़ा.
पैर का अंगूठा: कोलकाता के कालीघाट में उस जगह को कालीपीठ और माता को मां कालिका के नाम से जाना गया.
उंगली: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में मां ललिता
बाईं जांघ: बांग्लादेश के सिल्हैट जिला देवी जयंती
पैर की एड़ी: हरियाणा के कुरुक्षेत्र माता सावित्री कहलाईं.
कलाई: माता को देवी गायत्री
गला: बांग्लादेश में महालक्ष्मी
अस्थियां: पश्चिम बंगाल अस्थियां गिरी. उसे देवगर्भ
दाईं जांघ: पटनेश्वरी शक्तिपीठ
त्रिनेत्र: महाराष्ट्र कोल्हापुर
#trendingshorts #reels #shortsfeed #viralreels #newsfeed

Комментарии

Информация по комментариям в разработке

Похожие видео

  • О нас
  • Контакты
  • Отказ от ответственности - Disclaimer
  • Условия использования сайта - TOS
  • Политика конфиденциальности

video2dn Copyright © 2023 - 2025

Контакты для правообладателей [email protected]