मुफ्त हुए बदनाम Muft Hue Badnaam - बरात (1960) HD वीडियो सोंग - मुकेश चंद माथुर (मुकेश)

Описание к видео मुफ्त हुए बदनाम Muft Hue Badnaam - बरात (1960) HD वीडियो सोंग - मुकेश चंद माथुर (मुकेश)

#भूलेबिसरेगीत
#Bollyoodsongs

Movie: बरात(1960)
Singers: मुकेश चंद माथुर (मुकेश)
Song Lyricists: मजरूह सुल्तानपुरी
Music Composer: चित्रगुप्त श्रीवास्तव
Music Director: चित्रगुप्त श्रीवास्तव
Starring: अजित

मुफ्त हुए बदनाम
किसी पे हाय दिल को लगा के
जीना हुआ इल्जाम
किसी पे हाय दिल को लगा के
मुफ्त हुए बदनाम

गए अरमान लेके
लुटे लुटे आते है
लोग जहां में कैसे
दिल को लगाते है
गए अरमान लेके
लुटे लुटे आते है
लोग जहां में कैसे
दिल को लगाते है
दिल को लगाते है
अपना बनाते है
हम तो फिर नादाँ
हम तो फिर नादाँ
किसी पे हाय दिल को लगा के
मुफ्त हुए बदनाम

समझे थे साथ भेजा
किसी का सुहाना ग़म
उसी जो नज़र को देखा
तनहा खड़े है हम
समझे थे साथ भेजा
किसी का सुहाना ग़म
उसी जो नज़र को देखा
तनहा खड़े है हम
तनहा खड़े है हम
दिल भी रहा है काम
रस्ते में हो गयी शाम
रस्ते में हो गयी शाम
किसी पे हाय दिल को लगा के
मुफ्त हुए बदनाम.#भूलेबिसरेगीत
#Bollyoodsongs

Movie: बरात
Singers: मुकेश चंद माथुर (मुकेश)
Song Lyricists: मजरूह सुल्तानपुरी
Music Composer: चित्रगुप्त श्रीवास्तव
Music Director: चित्रगुप्त श्रीवास्तव
Starring: अजित

मुफ्त हुए बदनाम
किसी पे हाय दिल को लगा के
जीना हुआ इल्जाम
किसी पे हाय दिल को लगा के
मुफ्त हुए बदनाम

गए अरमान लेके
लुटे लुटे आते है
लोग जहां में कैसे
दिल को लगाते है
गए अरमान लेके
लुटे लुटे आते है
लोग जहां में कैसे
दिल को लगाते है
दिल को लगाते है
अपना बनाते है
हम तो फिर नादाँ
हम तो फिर नादाँ
किसी पे हाय दिल को लगा के
मुफ्त हुए बदनाम

समझे थे साथ भेजा
किसी का सुहाना ग़म
उसी जो नज़र को देखा
तनहा खड़े है हम
समझे थे साथ भेजा
किसी का सुहाना ग़म
उसी जो नज़र को देखा
तनहा खड़े है हम
तनहा खड़े है हम
दिल भी रहा है काम
रस्ते में हो गयी शाम
रस्ते में हो गयी शाम
किसी पे हाय दिल को लगा के
मुफ्त हुए बदनाम.

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