Braham Vidyalay and aashram chhotka Rajpur boxer

Описание к видео Braham Vidyalay and aashram chhotka Rajpur boxer

श्री स्वामी परमहंस अद्वैतनंद जी महाराज, जिन्हें श्री तुलसी दास जी पाठक के पुत्र श्री परमहंस दयाल जी के नाम से भी जाना जाता है, का जन्म भारत के बिहार, चपरा में हुआ था। श्री परमहंस दयाल जी को श्री परमहंस अद्वत मैट वंश या परम्परा के "प्रथम आध्यात्मिक गुरु" के रूप में भी जाना जाता है।मनुष्य अज्ञान मे पड़कर भगवान को भुला रहता है अज्ञान के कारण जीव भगवान को याद करने के बजाय सांसारिक बिषयों के चिंतन मे लगा रहता है। सांसारिक सुख को अपना सुख मानकर उसकी चिंतन मे लगा रहता है मन एवं अंहकार के वश मे होकर अपने आनंद को भूला रहता है। कभी-कभी जीवन के प्रवाह मे मनुष्य दुःखो से दुखी हो जाता है। भवसागर के दुःखो से बचने के लिए मनुष्य कातर भाव से चारों ओर देखता है।
आप सभी भक्तों से नम्र निवेदन है कि आप इस Video को सभी भक्तों के पास भेजकर भगवान का दर्शन औऱ स्मरण करा कर भक्ति का माहौल पैदा करें।।
प्रेम से बोलीय श्री स्वामी महराज की जय......।

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