REET 2025 के लिए महत्वपूर्ण टॉपिक:-
● लोकतंत्र में निर्वाचन व मतदाता जागरूकता●
• लोकतंत्र में निर्वाचन व मतदाता जागरूकता RE...
●समाजिक न्याय ●
पार्ट - 1 • सामाजिक न्याय 01 , Social Justice #Reet202...
पार्ट - 2
• सामाजिक न्याय 02 , Social Justice #Reet202...
●बाल संरक्षण एवं बाल अपराध●
पार्ट - 1
• बाल अधिकार एवं बाल संरक्षण । Child Rights ...
पार्ट - 2 • बाल अधिकार एवं बाल संरक्षण । Child Rights ...
● शिक्षा का अधिकार अधिनियम (RTE एक्ट) - 2009●
पार्ट - 1
• शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 ।। RTE Act -...
पार्ट - 2 • RTE Act. 2009 | शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2...
●बाल कल्याणकारी योजनाएं●
• बाल कल्याणकारी योजनाएं राजस्थान विशेष । Ch...
●राष्ट्रीय शिक्षा नीति(NEP) 2020●
• राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 ।। Education P...
बाल अधिकार संरक्षण आयोग अधिनियम 2005 बालकों के अधिकारो के संरक्षण हेतु बाल अधिकार आयोग के गठन के संबंध में बाल अधिकार संरक्षण आयोग अधिनियम-2005, 20 जनवरी 2006 से लागू किया गया है। बालक अधिकारों के संरक्षण के लिए राष्ट्रीय आयोग और राज्य आयोगों और बालकों के विरुद्ध अपराधों या बालक अधिकारों के अतिक्रमण के त्वरित विचारण के लिए बालक न्यायालयों के गठन तथा उससे संबंधित और उसके आनुषंगिक विषयों का उपबंध करने के लिए यह अधिनियम है। इस अधिनियम के तहत बालकों के अधिकारों के संरक्षण के लिए राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर पर बाल संरक्षण आयोग के गठन का प्रावधान है। यह आयोग बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए बच्चों के अधिकार संबंधी अभिसमय का अनुपालन करने, विद्यमान विधि नीति और पद्धति का विश्लेषण करने, बच्चों को प्रभावित करने वाले नीति या प्रथा के किसी पहलू के संबंध में जांच करने, रिपोर्ट प्रस्तुत करने, प्रस्तावित नए विधान टिप्पणी करने, बच्चों के सुरक्षा के संबंध में सरकार को रिपोर्ट देने, बच्चों का हर दृष्टि से संवर्धन करने का कार्य करेगी।
बाल अधिकारों का इतिहास
बच्चों को पहले छोटा-वयस्क माना जाता था, और बच्चों के अधिकारों की धारणा अनसुनी थी। 1840 के दशक में, फ्रांस बच्चों के लिए विशेष सुरक्षा की धारणा को आगे बड़ाया। फ्रांस ने 1841 में काम पर बच्चों की सुरक्षा और उनके शिक्षा के अधिकार की गारंटी के लिए नियम बनाए। प्रथम विश्व युद्ध के बाद बच्चों के अधिकारों की प्रासंगिकता (रिलेवेंस) को पहली बार पहचाना गया। 28 फरवरी, 1924 को, इंटरनेशनल सेव द चिल्ड्रन यूनियन ने अपने पांचवें आम सत्र (जेनरल सेशन) में बाल अधिकारों की घोषणा का समर्थन किया। यह रिपोर्ट राष्ट्र संघ (लीग ऑफ़ नेशंस) को प्रस्तुत की गई थी, जिसने 26 सितंबर, 1924 को ‘जिनेवा घोषणापत्र (डिक्लेरेशन)’ को मंजूरी दी थी, जिसमें कहा गया था कि “मानवता को बच्चे के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहिए।”
राष्ट्र संघ अंततः संयुक्त राष्ट्र में विकसित हुआ। जिनेवा घोषणापत्र ने पांच अध्यायों में बच्चों की भलाई का विश्लेषण किया और विकास, समर्थन, राहत और सुरक्षा के साथ-साथ वयस्क जिम्मेदारियों के उनके अधिकारों को मान्यता दी। पहली बार, जिनेवा घोषणापत्र ने बच्चों के लिए विशेष अधिकारों के अस्तित्व के साथ-साथ बच्चों के प्रति वयस्कों के दायित्वों को स्वीकार किया और पुष्टि की। पोलिश चिकित्सक जानुज़ कोरज़ाक के काम के आधार पर, ‘जिनेवा घोषणा’ विशेष रूप से बच्चों के अधिकारों को संबोधित करने वाली पहली अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार घोषणा थी।
एक बच्चे के अधिकार
हमारा संविधान रंग, जाति या पंथ (क्रीड) की परवाह किए बिना सभी बच्चों को गरिमा (डिग्निटी) और विशिष्टता के साथ जीने और अपने समाज और राष्ट्र की सेवा करने के अधिकार की रक्षा करता है और इस पर जोर देता है। बच्चे के कुछ मूल अधिकार निम्नलिखित हैं:
उत्तरजीविता अधिकार: इसमें बच्चे के भोजन, आवास और चिकित्सा उपचार के अधिकार सहित अन्य चीजें शामिल हैं।
विकासात्मक अधिकार : यह एक बच्चे के अपनी क्षमताओं और शक्तियों को विकसित करने और अधिकतम करने के अधिकार को संदर्भित करता है। उन्हें खेलने, आराम करने, शिक्षा हासिल करने और जानकारी हासिल करने का अधिकार है।
भागीदारी के अधिकार : इसमें स्वयं को व्यक्त करने और समाज के अन्य सदस्यों के साथ अपने समुदाय में जीवन के सभी हिस्सों में संलग्न (एंगेज) होने की क्षमता शामिल है।
संरक्षण अधिकार : यह सुनिश्चित करता है कि बच्चा असामाजिक व्यवहार जैसे बाल शोषण, बाल श्रम और मानसिक और यौन उत्पीड़न से सुरक्षित है।
Telegram channel - Welcome to @Political_Gk Telegram Channel-
https://t.me/Political_GK
#constitutionalrights
cg mahila paryavekshak
cg mahila paryavekshak bharti 202५
mahila supervisor
cg vyapam supervisor
राजस्थान महिला पर्यवेक्षक परीक्षा 2025
cg mahila paryavekshak bharti pariksha
cg paryavekshak.
cg vyapam exam
cg mahila supervisor paper
छग महिला बाल विकास की योजनाएँ
बाल विवाह अवरोध अधिनियम
घरेलू हिंसा महिला संरक्षण अधिनियम
बाल श्रम (निषेध एवं विनियमन) अधिनियम
दहेज प्रतिषेध अधिनियम
बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम
RTET-2025
TET2025
REET 2025
REET-2024
Child Rights and Child Protection,child rights Important Questions,child protection Important Questions,child protection,child adhikar questions,बाल संरक्षण के महत्वपूर्ण प्रश्न,बाल अधिकार के महत्वपूर्ण प्रश्न,बाल संरक्षण,बाल संरक्षण के प्रश्न,bal adhikar questions,bal sanrkshan questions,bal adhikar Important Questions,child protection questions
Информация по комментариям в разработке