💥हिंदुआ सूरज मेवाड़ मुकुट : महाराणा प्रताप का सच्चा इतिहास ( Maharana Partap History )

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महाराणा प्रताप का इतिहास बहुत ही महानता से भरा है ज्यादातर लोग महाराणा प्रताप को #वीर_शिरोमणि_महाराणा_प्रताप भी कहते है
महाराणा प्रताप उस वंश में पैदा हुए जिसमे वीर हम्मीर बप्पा रावल और राणा सांगा जैसे बलवान योद्धाओ ने शाषन किया था
महाराणा प्रताप के पिता उदयसिंग ने अपने दूसरे पुत्र जगमाल को मेवाड़ के राणा बना दिया पर सरदार हमेशा राणा प्रताप को ही अपना राणा मानते थे
जगमाल बहुत ही विलासी ओर डरपोक किस्म का व्यक्ति था राज्य में उसे कोई पसन्द नही करता था
सरदारों ने गोगुन्दा की पहाड़ियों पर राणा प्रताप का राजतिलक कर दिया
गोगुन्दा से महाराणा प्रताप सभी सरदारों के साथ कुम्भलगढ का किले चले गए कुम्भलगढ में उनका विधिवत रूप से राजतिलक किया गया
इस समय दिल्ली में मुघल साम्राज्य का शाषन था मुघलो से मेवाड़ के टकराव का लंबा सँघर्ष है वीर राणा सांगा ने जिस तरफ बाबर को मजबूत टक्कर दी उसी तरफ समय बदला दिल्ली पर बादशाह अकबर का शाषन आया और मेवाड़ में महाराणा प्रताप का
अकबर विस्तारवादी नीति का बादशाह था अकबर ने महाराणा प्रताप को अपनी अधीनता स्वीकार करवाने के लिए 4 दूत भेजे
सबसे पहले जलाल खाँ कोरची को फिर आमेर के राजा मानसिंह करते करते 4 दूत महाराणा के पास भेजे पर महाराण प्रताप ने अधीनता स्वीकार नही की
इसके बाद संसार का सबसे घातक युद्ध हुआ जिसे हल्दीघाटी का युद्ध कहा गया इस युद्ध को ख़मनोर का युद्ध गोगुन्दा का युद्ध भी कहा जाता है
महाराणा प्रताप ने इस यद्ध में मुघल सेनापति मानसिंह को जबरदस्त टक्कर दी
युद्ध का पासा महाराणा प्रताप के पक्ष में था इसके बाद अकबर के सेनापतियों से लगातार 4 युद्ध हुए
महारणा प्रताप इस समय धन की कमी से झुंझ रहे थे तभी महादानी भामाशाह ने महारणा प्रताप के लिए अपना खजाना सोप दिया
इसके बाद महारणा प्रताप ने दीवेर का युद्ध जीत लिया कमलगगिर चावण्ड मालपुरा उदयपुर का किला ओर मुघलो के 32 किलो को जीतकर दिल्ली की बादशाहत की नींद हराम कर दी
पिछले वीडियो में हमने राणा सांगा का इतिहास जाना था आइये इस वीडियो में महाराणा प्रताप का इतिहास देखते है
Mharana pratap was the king of mewad we also known him as #The_Great_Maharana_Pratap
Maharana Pratap was born in a Hindu Rajput Family
He was born to rana udaysingh and Jaiwanta Bai  His younger brothers were Shakti Singh Vikram Singh and Jagmal Singh He was married to Ajabde Punwar of Bijolia
He belonged to the Royal Family of Mewar he was the grend son of Rana sanga and great grand of Bappa rawal and veer hammir singh sisodiya
After the death of Udai Singh in 1572 Rani Dheer Bai wanted her son Jagmal to succeed him but senior courtiers preferred maharana Pratap as the eldest son to be King of mewar
His outh is like Mharana pratap will always see akbar as a Turk
Mahrana pratap defeated akbar general mansingh in Battle of haldighati after this he won the Battle of diver and this was just like a starter of maharana prtap wins
he took 32 forts from mughals this was just an epic
lets see the great maharana prtap History in hindi
Demanding Pandit
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