Logo video2dn
  • Сохранить видео с ютуба
  • Категории
    • Музыка
    • Кино и Анимация
    • Автомобили
    • Животные
    • Спорт
    • Путешествия
    • Игры
    • Люди и Блоги
    • Юмор
    • Развлечения
    • Новости и Политика
    • Howto и Стиль
    • Diy своими руками
    • Образование
    • Наука и Технологии
    • Некоммерческие Организации
  • О сайте

Скачать или смотреть गेहूं के बचे हुए अवशेष को खेत में जोतने की बजाए किसान झौंक रहे कर रहे आग के हवाले बोले किसान, सरकार

  • CURRENT NEWS
  • 2020-05-24
  • 21
गेहूं के बचे हुए अवशेष को खेत में जोतने की बजाए किसान झौंक रहे कर रहे आग के हवाले बोले किसान, सरकार
  • ok logo

Скачать गेहूं के बचे हुए अवशेष को खेत में जोतने की बजाए किसान झौंक रहे कर रहे आग के हवाले बोले किसान, सरकार бесплатно в качестве 4к (2к / 1080p)

У нас вы можете скачать бесплатно गेहूं के बचे हुए अवशेष को खेत में जोतने की बजाए किसान झौंक रहे कर रहे आग के हवाले बोले किसान, सरकार или посмотреть видео с ютуба в максимальном доступном качестве.

Для скачивания выберите вариант из формы ниже:

  • Информация по загрузке:

Cкачать музыку गेहूं के बचे हुए अवशेष को खेत में जोतने की बजाए किसान झौंक रहे कर रहे आग के हवाले बोले किसान, सरकार бесплатно в формате MP3:

Если иконки загрузки не отобразились, ПОЖАЛУЙСТА, НАЖМИТЕ ЗДЕСЬ или обновите страницу
Если у вас возникли трудности с загрузкой, пожалуйста, свяжитесь с нами по контактам, указанным в нижней части страницы.
Спасибо за использование сервиса video2dn.com

Описание к видео गेहूं के बचे हुए अवशेष को खेत में जोतने की बजाए किसान झौंक रहे कर रहे आग के हवाले बोले किसान, सरकार

गेहूं के बचे हुए अवशेष को खेत में जोतने की बजाए किसान झौंक रहे कर रहे आग के हवाले
बोले किसान, सरकार दें अवशेष को संभालने की राहत तो नहीं लगाए गए आग
रोहित महाजन
गुरदासपुर। जिले में गेहूं की कटाई का काम पूरा होने के बाद खेत खाली हो चुके है। मगर अब किसान गेहूं के बचे हुए अवशेष को आग लगाकर यहां पर्यावरण को दूषित कर रहे है। वहीं जिला मजिस्ट्रेट के आदेशों की सरेआम धज्जियां उड़ा रहे है। हालांकि जिला प्रशासन की ओर से अवशेष को आग लगाने वाले किसानों के खिलाफ मामले दर्ज भी किए जा रहे है। लेकिन इसके बावजूद किसान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे है और धड़ाधड़ अवशेष को आग में झौंक रहे है। जिससे एक बार फिर से गर्मी की तपिश का अहसास किया जाने लगा है। उधर किसानों का कहना है कि बचे हुए अवशेष को संभालने के बदले सरकार की तरफ से कोई राहत नहीं दी जा रही है। मजबूरनवश अवशेष को आग लगाई जा रही है।
गौरतलब है कि कोविड-19 की महामारी व सरकार की ओर से जारी किए गए कई नियमों के बावजूद भी किसानों ने समय से पहले ही गेहूं की कटाई का काम पूरा कर लिया है। लेकिन अब किसान गेहूं के बचे अवशेष को खेतों में जोतने की बजाए इसे आग के हवाले किया जा रहा है। हालांकि कृषि विभाग व जिला प्रशासन की ओर से किसानों को आग न लगाने के लिए अपील की जा रही है। मगर इसके बावजूद किसान उनकी बात को मानने की बजाए खेतों में आग लगाने का क्रम जारी रखा हुआ है।
किसान अपने पांव पर मार रहे कुल्हाड़ी-
हर किसान का सपना होता है कि उसके खेत में बंपर पैदावार हो। उसके खेत उपजाऊ शक्ति बनी रही। लेकिन यदि कोई किसान अपने ही खेत बंजर बनाने की कोशिशकरें तो उसे आप क्या कहेंगे। यह अपने ही पांव पर कुल्हाड़ी मारने का समान है। आज कल कई किसान खेतों में फसलों के अवशेष जलाकर ऐसा ही कर रहे है। कृषि विभाग के लाख समझाने के बावजूद कई किसान इससे बाज नहीं आते है। कृषि विशेषज्ञों की मानें तो इससे किसानों को नुक्सान ही नुक्सान है।
आग लगाने से मित्र कीड़े हो जाते नष्ट-
खेतों में फसलों के अवशेष जलो से किसानों को नुक्सान ही नुक्सान है। इससे जमीन के मित्र कीट नष्ट हो जाते है और भूमि की उपजाऊ शक्ति कम हो जाती है। इससे फसलों में बीमारियां अधिक आने की संभावना रहती है। भूमि की उपजाऊ शक्ति कम होने से उत्पादन कम होने लगता है।
आग न लगाने के फायदे-
यदि किसान अपने खेतों में आग न लगाए तो इसके कई फायदे होते है। किसानों को चाहिए कि किसान फसल को काटने के बाद उसके बचे हुए अवशेषों को खेतों में आग लगाने की बजाए खेत में ही जुताई कर दें। इसके बाद खेत को पानी से भर दें। इससे अवशेष खेत में खाद का काम करेंगे और भूमि की उपजाऊ शक्ति बढ़ेगी। भूमि में मित्र कीट सुरक्षित होंगे तो फसलों में बीमारियां कम आएंगी।
सडक़ किनारे पौधे भी हो जाते नष्ट-
पर्यावरण को दूषित होने से बचाने के लिए वन विभाग की ओर से सडक़ किनारे पौधे लगाए हुए है। मगर जब किसान अपने खेत में आग लगाता है तो यह आग सडक़ किनारे लगे पेड़-पौधों को भी लग जाती है। आग की चपेट में आने पेड़-पौधे नष्ट हो जाते है। जबकि इससे निकलने वाला धूआं सडक़ का चारो तरफ फैल जाते है। जब कोई वाहन चालक धुंए में से गुजरते है तो उसे दूसरी तरफ से वाहन आता दिखाई नहीं देता है। जिससे वह आपस में टकरा घायल हो जाते है। इससे कई वाहन चालक अपने जान भी गंवा चुके है।
क्या कहते है किसान-
उधर किसान अमरजीत सिंह, मलकीत सिंह, बलबीर सिंह, हरिदयाल सिंह आदि ने बताया कि सरकार की तरफ से किसानों को आग न लगाने के लिए आदेश तो सुनाए जाते है, मगर उनकी मदद नहीं की जा रही है। उन्होंने सरकार को चाहिए कि वह किसानों पर मामले दर्ज करवाने की बजाए उन्हें अवशेष को संभालने के लिए मदद की जाए। उन्होंने कहा कि अवशेष को संभालने ेस उन्हें कोई फायदा नहीं होता है। जिस कारण किसान अपने खेतो में ही इसे आग के हवाले कर देते है।
क्या कहते है कृषि अधिकारी-
उधर वन विभाग के अधिकारी कर्मजीत सिंह ने कहा कि खेतों में आग लगाने वाले किसानों पर कार्रवाई की जा रही है। जो भी किसान खेतो में आग लगाता देखा गया तो उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने किसानों को अपील करते हुए कहा कि किसान सरकार व जिला प्रशासन के आदेशों की पालना करें।

Комментарии

Информация по комментариям в разработке

Похожие видео

  • О нас
  • Контакты
  • Отказ от ответственности - Disclaimer
  • Условия использования сайта - TOS
  • Политика конфиденциальности

video2dn Copyright © 2023 - 2025

Контакты для правообладателей [email protected]