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Скачать или смотреть श्रीकृष्ण जी के चरण में बाण क्यों लगा? | श्रीकृष्ण जी का अंतिम समय | epi - 05 |

  • Hindu
  • 2025-09-02
  • 164
श्रीकृष्ण जी के चरण में बाण क्यों लगा? | श्रीकृष्ण जी का अंतिम समय | epi - 05 |
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Описание к видео श्रीकृष्ण जी के चरण में बाण क्यों लगा? | श्रीकृष्ण जी का अंतिम समय | epi - 05 |

श्रीकृष्ण जी के चरण में बाण क्यों लगा? | श्रीकृष्ण का अंतिम समय।
"भगवान श्रीकृष्ण... सृष्टि के वह लीला पुरुषोत्तम, जिन्होंने धर्म की स्थापना की, जिन्होंने अर्जुन को गीता का ज्ञान दिया... क्या आप जानते हैं कि उन्हीं श्रीकृष्ण के चरण में एक शिकारी ने बाण मारा था? और यही बना उनका देहत्याग का कारण। आज जानते हैं वह पूरी रहस्यमयी कथा..
महाभारत युद्ध के बाद, जब कुरुक्षेत्र शांत हो गया, तो माता गांधारी, अपने सौ पुत्रों की मृत्यु से दुखी होकर, श्रीकृष्ण को शाप देती हैं:
जैसे मेरे वंश का नाश हुआ, वैसे ही तुम्हारे यदुवंश का भी नाश होगा।"
श्रीकृष्ण मुस्कुराए, क्योंकि वे जानते थे—यह शाप भी उनके ही लीला का एक हिस्सा है।
कुछ वर्षों बाद, कृष्ण ने स्वयं अपने वंश का अंत करवाया। यदुवंशी मदिरा के नशे में आपस में लड़ पड़े। घास के तिनकों से बनी लोहे की छड़ों से उन्होंने एक-दूसरे का संहार कर दिया। स्वयं बलराम जी भी योगबल से अपने शरीर का त्याग कर समुद्र के किनारे चले गए।
अब श्रीकृष्ण अकेले बचे थे।
वो प्रभास क्षेत्र के एक जंगल में एक पीपल के वृक्ष के नीचे लेटे हुए थे, ध्यानस्थ अवस्था में। उन्होंने अपने पैर एक-दूसरे पर रखे हुए थे।
उसी समय, एक शिकारी जरा वहां शिकार की तलाश में आया।
उसे श्रीकृष्ण के तलवे हिरण की आंख जैसे चमकते दिखे।
बिना कुछ सोचे, उसने बाण चला दिया, और वह श्रीकृष्ण जी के चरण में जा लगा।
जैसे ही वह पास आया, उसने देखा—ये कोई हिरण नहीं, बल्कि स्वयं भगवान श्रीकृष्ण हैं!
वह कांप उठा... रोते हुए उनके चरणों में गिर पड़ा...
शिकारी बोला:
प्रभु! मुझसे बहुत बड़ा अपराध हो गया। मैं तो एक साधारण मानव हूँ। मुझे क्षमा कर दीजिए!"
श्रीकृष्ण ने कहा:
"उठो जरा... जो होना था, वह हुआ। यह मेरा नाटक था। तुम केवल एक माध्यम थे।"
फिर श्रीकृष्ण ने अपना शरीर त्याग दिया।
आकाश से देवताओं ने पुष्पवर्षा की। पूरा ब्रह्मांड स्तब्ध हो गया।

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