Logo video2dn
  • Сохранить видео с ютуба
  • Категории
    • Музыка
    • Кино и Анимация
    • Автомобили
    • Животные
    • Спорт
    • Путешествия
    • Игры
    • Люди и Блоги
    • Юмор
    • Развлечения
    • Новости и Политика
    • Howto и Стиль
    • Diy своими руками
    • Образование
    • Наука и Технологии
    • Некоммерческие Организации
  • О сайте

Скачать или смотреть वैज्ञानिक भागे इस कूप को देख - यहाँ यमराज करते हैं शिव की पूजा

  • Mandir live India
  • 2022-07-05
  • 6032
वैज्ञानिक भागे इस कूप को देख - यहाँ यमराज करते हैं शिव की पूजा
dharmeshwar mahadevvaranasi templevaranasi ke mandirchamatkari mandirrahasymay mandirkasikasi ke mandirmahadev ka mandirlord shiva templerahsyaadbhutmystery
  • ok logo

Скачать वैज्ञानिक भागे इस कूप को देख - यहाँ यमराज करते हैं शिव की पूजा бесплатно в качестве 4к (2к / 1080p)

У нас вы можете скачать бесплатно वैज्ञानिक भागे इस कूप को देख - यहाँ यमराज करते हैं शिव की पूजा или посмотреть видео с ютуба в максимальном доступном качестве.

Для скачивания выберите вариант из формы ниже:

  • Информация по загрузке:

Cкачать музыку वैज्ञानिक भागे इस कूप को देख - यहाँ यमराज करते हैं शिव की पूजा бесплатно в формате MP3:

Если иконки загрузки не отобразились, ПОЖАЛУЙСТА, НАЖМИТЕ ЗДЕСЬ или обновите страницу
Если у вас возникли трудности с загрузкой, пожалуйста, свяжитесь с нами по контактам, указанным в нижней части страницы.
Спасибо за использование сервиса video2dn.com

Описание к видео वैज्ञानिक भागे इस कूप को देख - यहाँ यमराज करते हैं शिव की पूजा

वैज्ञानिक भागे इस कूप को देख - यहाँ यमराज करते हैं शिव की पूजा

#dharmeshwarmahadev #varanasitemple #kashi

दोस्तो आज हम बात करने एक ऐसे मंदिर की जहां मौजूद रहस्यमयी कुएं में अगर किसीको अपनी परछाई दिख जाए तो उसकी, 6 महीने में मौत पक्की!

वाराणसी. मणिकर्णिका घाट और काशी विश्वनाथ बाबा के मंदिर के अलावा यूपी के बनारस में हिंदू धर्म के कई और रहस्य भी छुपे हैं। इसी शहर में धर्मराज यमराज से जुड़ी जानकारियां और निशानियां मिलती हैं। ।
मीरघाट के ऊपर बना है धर्मेश्वर महादेव मंदिर और एक धर्मकूप। मंदिर के पुजारी मनोज उपाध्याय बताते हैं, "इस कूप का इतिहास गंगा के धरती पर आने से पहले का है। इसे कभी सूर्यपुत्र यम ने बनवाया था। गंगा अवतरण के पूर्व यहां सूर्य पुत्र धर्मराज यम ने 16 चौकड़ी (एक चौकड़ी एक युग के बराबर मानी जाती है) तपस्या किया था।"
"भगवान शिव के वरदान से यमराज का नामकरण संस्कार यहीं हुआ था। महाभारत काल में धर्मराज युधिष्ठिर ने भी अज्ञात वास के दौरान यहीं आकर यमराज की तपस्या की थी।"

गंगा अवतरण के पहले भगवान शंकर पृथ्वी पर मरने वाले मनुष्यों को स्वर्ग में जगह मिले या नर्क में, इस बात को लेकर काफी चिंतित थे। पृथ्वी लोक से उन्हें लेकर कौन आएगा। दूसरी तरफ यम ने काशी आकर तपस्या की, लेकिन शिव ने दर्शन नहीं दिए। तब विष्णु ने उनको यहां कुंड बनाकर, उसमें स्नान के पश्चात् सोलह चौकड़ी अराधना करने के लिए कहा। यम के तप से महादेव प्रसन्न हुए तो और वरदान दिया कि आज से देवगण से लेकर मनुष्य लोक तक सभी तुम्हें यमराज कह कर पुकारेंगे।"
"ऐसी मान्यता है कि शिव ने यमराज को मोक्ष पाने वालों का हिसाब रखने की जिम्मेदारी सौंपी थी। तभी से वे यह फैसला करते हैं कि मरणोप्रांत किसे स्वर्ग देना है और किसे नर्क।"
धर्म पुराण में इस पूरी घटना का वर्णन है। यमराज का नामकरण यहां होने की वजह से इस मंदिर का नाम धर्मेश्वर महादेव मंदिर पड़ गया। यहां मान्यता है कि यमराज स्वयं शिव के साथ विराजते हैं। कुंड को लेकर मान्यता है कि इस कूप में झांकने पर यदि जल में प्रतिबिम्ब नहीं दिखाई दे, तो उस व्यक्ति का मृत्यु 6 महीने के अंदर निश्चित है। साथ ही इस कूप के जल से किया गया तर्पण और श्राद्ध 'गया लाभ' के बराबर होता है।"

Комментарии

Информация по комментариям в разработке

Похожие видео

  • О нас
  • Контакты
  • Отказ от ответственности - Disclaimer
  • Условия использования сайта - TOS
  • Политика конфиденциальности

video2dn Copyright © 2023 - 2025

Контакты для правообладателей [email protected]