Ankhiya Hari darshan ki pyaasi // Full Song with Lyrics and Meaning

Описание к видео Ankhiya Hari darshan ki pyaasi // Full Song with Lyrics and Meaning

Very beautiful bhajan by Sant Sur Daas

Song name - Ankhiya Hari darshan ki pyaasi

Credit - All the credit goes to their respective owners , I own nothing . I you want me to take down this video then message me on instagaram - https://instagram.com/therealknowledg...

Lyrics in Hindi -

हरी दर्शन की प्यासी,
अखियाँ हरी दर्शन की प्यासी,
देखयो चाहत कमाल नयन को,
निसदीन रहेत उदासी|
अखियाँ हरी दर्शन की प्यासी|

केसर तिलक मोतिन की माला,
वृंदावन के वासी,
नेह लगाए त्याग गये त्रिन्सम,
डाल गये गाल फाँसी|
अखियाँ हरी दर्शन की प्यासी|

काहु के मान की को जानत,
लोगन के मन हासी,
सूरदास प्रभु तुम्हरे दरस बिन,
लेहो करवट काशी|
अखियाँ हरी दर्शन की प्यासी|

Meaning -

मेरी आँखें कृष्ण की एक झलक के लिए प्यासी हैं। मैं कमल के दर्शन करने वाले कृष्ण को देखना चाहता हूं। मैं उसे नहीं देखता, और इसी कारण से मेरा मन उदास रहता है। विशेष है की सूरदास जी जन्म से ही अंधे थे इसलिए वह प्रभु का आकार भी मूर्ति के रूप में नहीं देख सकते थे। 

हे श्री कृष्ण भगवान, आपके मस्तक पर केसर का तिलक शोभित है और गले में मोतियों की माला सुशोभित है। आप वृंदावन के वासी हैं और मैंने आपसे नेह लगाया है और यह व्यथा मेरे गले में फांस की भाँती है। आपसे मैंने नेह लगाया है और आप मुझे घास के ढेरी के समान (मूलयहीन ) छोङ कर चले गए हो। 

कोई भी मेरे मन की व्यथा को नहीं जानता है, लोग मेरी स्थिति को देखकर हंसी उड़ाते हैं। सूरदास जी भक्ति में लीन रहते हैं और उन्हे देखकर लोग उनका मजाक उड़ाते हैं। हे प्रभु मेरे चित्त को आपको देखे बगैर चैन नहीं मिलने वाला है।

Комментарии

Информация по комментариям в разработке