Logo video2dn
  • Сохранить видео с ютуба
  • Категории
    • Музыка
    • Кино и Анимация
    • Автомобили
    • Животные
    • Спорт
    • Путешествия
    • Игры
    • Люди и Блоги
    • Юмор
    • Развлечения
    • Новости и Политика
    • Howto и Стиль
    • Diy своими руками
    • Образование
    • Наука и Технологии
    • Некоммерческие Организации
  • О сайте

Скачать или смотреть मेष राशि वालों के लिए BEST विकल्प क्या है?

  • Mythbusting Masterminds Astrology
  • 2025-06-02
  • 621
मेष राशि वालों के लिए BEST विकल्प क्या है?
AstrologyJyotishVedic AstrologyIndian AstrologyHoroscopeKundliZodiac SignsNakshatraBirth ChartRahu and KetuDasha PredictionsRashi BhavishyaAstrology TipsPlanetary TransitsMoon Sign AstrologyShani EffectsAstrology for BeginnersSpiritual GrowthLove CompatibilityAstrology PredictionsIndian SpiritualitySun and Saturn conjunction
  • ok logo

Скачать मेष राशि वालों के लिए BEST विकल्प क्या है? бесплатно в качестве 4к (2к / 1080p)

У нас вы можете скачать бесплатно मेष राशि वालों के लिए BEST विकल्प क्या है? или посмотреть видео с ютуба в максимальном доступном качестве.

Для скачивания выберите вариант из формы ниже:

  • Информация по загрузке:

Cкачать музыку मेष राशि वालों के लिए BEST विकल्प क्या है? бесплатно в формате MP3:

Если иконки загрузки не отобразились, ПОЖАЛУЙСТА, НАЖМИТЕ ЗДЕСЬ или обновите страницу
Если у вас возникли трудности с загрузкой, пожалуйста, свяжитесь с нами по контактам, указанным в нижней части страницы.
Спасибо за использование сервиса video2dn.com

Описание к видео मेष राशि वालों के लिए BEST विकल्प क्या है?

एक ही स्थान, एक ही समय, दो व्यक्तियों का भाग्य अलग-अलग क्यों होता है?
एक बहुत ही गहरा और विचारणीय सवाल है कि अगर दो लोग एक ही स्थान, एक ही समय में पैदा होते हैं, तो उनकी नियति (destiny) अलग-अलग क्यों होती है। वैदिक ज्योतिष और दर्शन के नजरिए से इसका जवाब कई स्तरों पर समझा जा सकता है। आइए इसे विस्तार से देखें:

1. करते हैं।
ज्योतिष में लग्न वह राशि होती है जो जन्म के सटीक समय और स्थान पर पूर्वी क्षितिज पर उदय हो रही होती है। यह जन्म कुंडली का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है, क्योंकि यह पूरी कुंडली की संरचना तय करता है और यह दर्शाता है कि व्यक्ति दुनिया के साथ कैसे व्यवहार करता है।
लग्न वह बिंदु है जहां सूर्य का स्पष्ट मार्ग (ecliptic) जन्म के समय पूर्वी क्षितिज से मिलता है। यह कुंडली के पहले घर की शुरुआत को चिह्नित करता है।
लग्न आपके बाहरी स्वरूप, शारीरिक बनावट और दूसरों पर पहले प्रभाव को दर्शाता है। यह आपके "सार्वजनिक चेहरे" की तरह है। यह दिखाता है कि आप जीवन की ओर कैसे बढ़ते हैं, और आप दुनिया को किस नजरिए से देखते हैं। वैदिक ज्योतिष में, यह आपके शारीरिक स्वास्थ्य और संरचना से गहराई से जुड़ा होता है।
1. राशि: चंद्रमा को लग्न मानकर; मानसिक और भावनात्मक दृष्टिकोण पर केंद्रित।
2. सूर्य लग्न: सूर्य की स्थिति पर आधारित; आत्मा और अहंकार पर केंद्रित।
3. सूर्य और चंद्र राशि से अंतर:
o सूर्य राशि (आत्मा/अहंकार) या चंद्र राशि (मन/भावनाएँ) के विपरीत, लग्न आपकी बाहरी पहचान और भौतिक दुनिया से जुड़ाव को दर्शाता है।
o उदाहरण: कर्क सूर्य राशि (भावनात्मक स्वभाव) और कन्या लग्न (व्यवहारिक बाहरी रूप) वाला व्यक्ति बाहर से व्यवस्थित और विश्लेषणात्मक दिख सकता है, भले ही अंदर से संवेदनशील हो।
4. वैदिक ज्योतिष में भूमिका:
o वैदिक ज्योतिष में लग्न को कुंडली की नींव माना जाता है। कुंडली के 12 घर लग्न से गिने जाते हैं, और यह जीवन के हर पहलू—करियर, रिश्ते, स्वास्थ्य आदि—को प्रभावित करता है।
o पश्चिमी ज्योतिष से अलग, जहाँ सूर्य राशि पर जोर होता है, वैदिक ज्योतिष में लग्न को अधिक महत्व दिया जाता है।

संचित कर्म: यह अनगिनत जन्मों में संचित सभी अच्छे और बुरे कर्मों का योग है। यह एक विशाल कर्म बैंक खाते की तरह है, जो सभी संभावित कर्म संभावनाओं को represent करता है।
2. प्रारब्ध कर्म: यह संचित कर्म का वह भाग है जो वर्तमान जीवन में परिपक्व और प्रकट हो रहा है, तथा व्यक्ति के अनुभवों और परिस्थितियों को आकार दे रहा है। इसे अक्सर भाग्य या नियति माना जाता है, क्योंकि यह पिछले कर्मों का परिणाम है जिसका अनुभव अब किया जा रहा है।
आगामी कर्म: वर्तमान में किए गए कर्म, जो भविष्य के भाग्य का निर्माण यह वह कर्म है जो वर्तमान में हमारे कार्यों और विकल्पों के माध्यम से बनाया जा रहा है, और जिस पर हमारा कुछ नियंत्रण है
निष्कर्ष:
कर्म केवल शारीरिक कार्यों तक सीमित नहीं रहता। हमारे विचार (मन), वाणी (बोली) और कार्य (शरीर) इन सभी का योगदान होता है। यदि हम इन तीनों को सकारात्मक और शुद्ध बनाते हैं, तो हमें पुण्य (good karma) का फल मिलता है।
"मन, वचन और कर्म की शुद्धता" जीवन को न केवल सुखमय बनाती है, बल्कि आत्मा की उन्नति और मोक्ष (मुक्ति) का मार्ग भी प्रशस्त करती है।
निष्कर्ष:
कर्म केवल शारीरिक कार्यों तक सीमित नहीं रहता। हमारे विचार (मन), वाणी (बोली) और कार्य (शरीर) इन सभी का योगदान होता है। यदि हम इन तीनों को सकारात्मक और शुद्ध बनाते हैं, तो हमें पुण्य (good karma) का फल मिलता है।
"मन, वचन और कर्म की शुद्धता" जीवन को न केवल सुखमय बनाती है, बल्कि आत्मा की उन्नति और मोक्ष (मुक्ति) का मार्ग भी प्रशस्त करती है।

Комментарии

Информация по комментариям в разработке

Похожие видео

  • О нас
  • Контакты
  • Отказ от ответственности - Disclaimer
  • Условия использования сайта - TOS
  • Политика конфиденциальности

video2dn Copyright © 2023 - 2025

Контакты для правообладателей [email protected]