Logo video2dn
  • Сохранить видео с ютуба
  • Категории
    • Музыка
    • Кино и Анимация
    • Автомобили
    • Животные
    • Спорт
    • Путешествия
    • Игры
    • Люди и Блоги
    • Юмор
    • Развлечения
    • Новости и Политика
    • Howto и Стиль
    • Diy своими руками
    • Образование
    • Наука и Технологии
    • Некоммерческие Организации
  • О сайте

Скачать или смотреть जानिए क्यों किया था भगवान शिव ने पंचमुखी रूप धारण और क्यों कहा जाता है उन्हें हर्षनाथ | 4K | दर्शन 🙏

  • Tilak
  • 2023-01-16
  • 8197
जानिए क्यों किया था भगवान शिव ने पंचमुखी रूप धारण और क्यों कहा जाता है उन्हें हर्षनाथ | 4K | दर्शन 🙏
Harshnath TempleShiv TempleMahadevBholenathMandir DarshanLord ShivaDevotionalFamous TemplesShiv MandirHindu TemplesAncient TemplesJeena Mata TempleWorshipShyam KundSikar CityGopinath Ji TempleLaxmangarh FortJeen Mata TempleRajasthan TemplesKhatu Shyam TempleDevgarhGaneshwar DhamMadho Niwas KothiRani Sati TempleRajasthanJhunjhunuTilakYatraRajasthan Travelभगवान शिवयात्रादर्शनतिलकHinduism
  • ok logo

Скачать जानिए क्यों किया था भगवान शिव ने पंचमुखी रूप धारण और क्यों कहा जाता है उन्हें हर्षनाथ | 4K | दर्शन 🙏 бесплатно в качестве 4к (2к / 1080p)

У нас вы можете скачать бесплатно जानिए क्यों किया था भगवान शिव ने पंचमुखी रूप धारण और क्यों कहा जाता है उन्हें हर्षनाथ | 4K | दर्शन 🙏 или посмотреть видео с ютуба в максимальном доступном качестве.

Для скачивания выберите вариант из формы ниже:

  • Информация по загрузке:

Cкачать музыку जानिए क्यों किया था भगवान शिव ने पंचमुखी रूप धारण और क्यों कहा जाता है उन्हें हर्षनाथ | 4K | दर्शन 🙏 бесплатно в формате MP3:

Если иконки загрузки не отобразились, ПОЖАЛУЙСТА, НАЖМИТЕ ЗДЕСЬ или обновите страницу
Если у вас возникли трудности с загрузкой, пожалуйста, свяжитесь с нами по контактам, указанным в нижней части страницы.
Спасибо за использование сервиса video2dn.com

Описание к видео जानिए क्यों किया था भगवान शिव ने पंचमुखी रूप धारण और क्यों कहा जाता है उन्हें हर्षनाथ | 4K | दर्शन 🙏

श्रेय:
संगीत एवम रिकॉर्डिंग - सूर्य राजकमल
लेखक - रमन द्विवेदी

भक्तों नमस्कार! प्रणाम! और हार्दिक अभिनन्दन... भक्तों आज हम आपको अपने कार्यक्रम दर्शन के माध्यम से एक ऐसे स्थान की यात्रा पर लेकर जा रहे हैं जहां स्वर्ग के सभी देवता एकत्रित होकर भगवान शिव की शरण लिए थे, और भगवान शिव सभी देवताओं को हर्षित कर हर्षनाथ हो गए। भगवान शिव का वो मंदिर अब हर्षनाथ के नाम से प्रसिद्ध है.

मंदिर के बारे में:
भक्तों हर्षनाथ मंदिर हर्ष या हर्षगिरि पहाड़ी के तलहटी में बसे हर्षनाथ गाँव में स्थित है। यह मंदिर सीकर जिले का एक ऐतिहासिक मंदिर है जो सीकर मुख्य शहर से लगभग 21 किमी दक्षिण-पूर्व में है। हर्षनाथ मंदिर के नाम से मशहूर यह दिव्य स्थान आसपास ही नहीं, पूरे देश के श्रद्धालुओं की गहरी आस्था और अगाध श्रद्धा का प्रमुख केंद्र है। हर्षनाथ मंदिर के पास बहुत से प्राचीन मंदिरों के खंडहर हैं। ये खंडहर लगभग एक हज़ार वर्ष पुराने हैं।

स्थानीय जनश्रुति:
भक्तों स्थानीय जनश्रुति के अनुसार यह स्थान पूर्वकाल में 36 मील के घेरे में बसा हुआ था। इन मंदिरों के पास एक काले पत्थर पर उत्कीर्ण शिलालेख प्राप्त हुआ है, जो किसी पौराणिक आख्यान की भांति है क्योंकि ये शिलालेख शिवस्तुति से प्रारम्भ होकर पौराणिक कथा के रूप में वर्णित है।

पंचमुखी मूर्ति:
भक्तों हर्षनाथ मंदिर में भगवान शिव की जो पंचमुखी मूर्ति विराजित है। वो भगवान शिव की प्राचीनतम व दुर्लभतम मूर्ति है। इस मूर्ति के समान सुंदर, आकर्षक, भव्य, दिव्य व विशाल शिव जी की मूर्ति पूरे विश्व में कहीं और नहीं है। पुराणों में उल्लेख है कि भगवान विष्णु के मोहिनी रूप को देखने के लिए भगवान शिव ने अपना यह पंचमुखी रूप धारण किया था।

शिव का नाम हर्षनाथ:
भक्तों कहा जाता है कि एकबार राक्षस त्रिपुरासुरों (तारकक्ष, कमलाक्ष और विद्युन्माली) ने स्वर्गलोक अपना आधिपत्य जमा लिया। उन्होने देवराज इन्द्र सहित सभी देवताओं को स्वर्ग से खदेड़ दिया। सभी देवता इस पहाड़ी पर आए और भगवान शिव समक्ष रक्षा की गुहार लगाई। इससे भगवान शिव अत्यंत कुपित हुये और अपने धनुष पिनाक के एक ही वां से त्रिपुरासुरों का वध कर दिया। भगवान शिव के इस कार्य से सभी देवताओं को बड़ा हर्ष हुआ। इसीलिए देवताओं ने इस पहाड़ी को हर्षगिरि तथा इस पहाड़ी पर विराजमान भगवान शिव को हर्षनाथ का नाम दिया।

मंदिर में भीड़:
भक्तों पौराणिक और ऐतिहासिक हर्षनाथ मंदिर में हमेशा ही भक्तों और पर्यटकों की भीड़ रहती है लेकिन प्रत्येक सोमवार, प्रदोष, त्रयोदशी, श्रावण मास और महा -शिवरात्रि के समय यहां भक्तों की विशाल भीड़ उमड़ती है जिसे देखकर मेला का अनुभव होता है। श्रावण मास और महा -शिवरात्रि पर मूर्ति का अभिषेक भी किया जाता है।

यात्रा का अच्छा समय:
भक्तों हर्षनाथ मंदिर जाने का सबसे अच्छा समय मार्च से लेकर अक्टूबर के महीनों का होता है क्योंकि राजस्थान एक रेगिस्तानी राज्य है और यहां गर्मियों के मौसम में बहुत तेज गर्मी पड़ती है। अप्रैल से लेकर जून तक यहां गर्मी का मौसम होता है। इसीलिए हर्षनाथ मंदिर जाने का सबसे अच्छा समय वसंत ऋतु या फिर सर्दियों के महीनों के दौरान यानी अक्टूबर से मार्च तक होता है।

कैसे पहुंचे:
भक्तों हर्षनाथ मंदिर राजस्थान के सीकर जिले का सुप्रसिद्ध मंदिर है यहाँ पहुँचने के लिए हवाई, रेलवे और सड़क तीनों साधनों का इस्तेमाल किया जा सकता है आप किसी भी माध्यम का इस्तेमाल करके आसानी से हर्षनाथ मंदिर की यात्रा कर सकते हैं।


भक्त को भगवान से और जिज्ञासु को ज्ञान से जोड़ने वाला एक अनोखा अनुभव। तिलक प्रस्तुत करते हैं दिव्य भूमि भारत के प्रसिद्ध धार्मिक स्थानों के अलौकिक दर्शन। दिव्य स्थलों की तीर्थ यात्रा और संपूर्ण भागवत दर्शन का आनंद। दर्शन ! 🙏

इस कार्यक्रम के प्रत्येक एपिसोड में हम भक्तों को भारत के प्रसिद्ध एवं प्राचीन मंदिर, धाम या देवी-देवता के दर्शन तो करायेंगे ही, साथ ही उस मंदिर की महिमा उसके इतिहास और उसकी मान्यताओं से भी सन्मुख करायेंगे। तो देखना ना भूलें ज्ञान और भक्ति का अनोखा दिव्य दर्शन। 🙏

Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि तिलक किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.

#devotional #mandir #vlogs #hinduism #harshnathmandir #mahadev #bholenath #shiv #Sikar #rajasthan #travel #darshan #tilak #yatra

Комментарии

Информация по комментариям в разработке

Похожие видео

  • О нас
  • Контакты
  • Отказ от ответственности - Disclaimer
  • Условия использования сайта - TOS
  • Политика конфиденциальности

video2dn Copyright © 2023 - 2025

Контакты для правообладателей [email protected]