Guftagoo with Raghu Rai

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Raghu Rai is an Indian photographer and photojournalist. He is the protégé of Henri Cartier-Bresson who had appointed him, then a young photojournalist, to Magnum Photos in 1977 which he co-founded.

Rai became a photographer in 1965, and a year later joined the staff of The Statesman, a New Delhi publication. In 1976, he left the paper and became a freelance photographer. From 1982 up until 1992, Rai was the director of photography for India Today. He has served on the jury for World Press Photo from 1990 to 1997. He is most known for his books, Raghu Rai's India: Reflections in Colour and Reflections in Black and White.

Anchor: Irfan

2:05 शुरुआती दिनों में फोटोग्राफी का माहौल व स्ट्रगल

3:06 ज़माने की कीमत, रचनात्मकता का धर्म

3:46 पहली जॉब, हिंदुस्तान टाइम्स

3:51 बचपन में फ़ोटोग्राफी?

4:05 बड़े भाई के दोस्त और कैमरे से मुलाक़ात

4:24 पैदाइश, पंजाबियत, पाकिस्तान व करियर की आकांक्षाएँ

5:05 फ़ोटोग्राफर बड़े भाई

5:16 पहला फ़ोटो, बेबी डंकी, टाइम्स न्यूज़ लन्दन में प्रकाशन

6:21 कैमरे के ज़रिए ज़िन्दगी पे फ़ोकस और कमान

6:50 हेनरी कार्टली ब्रेसाँ, देखने की समझ या 'जीनियस' जन्मजात अथवा ग्राह्य?

8:40 फ़ोटोग्राफर क्या हो? इनवॉल्व्ड या आइसोलेटेड? एक कलाकार का सबकुछ होना

10:17 शुरुआती करियर और समझ की सीमा

10:52 समाज के कंक्रीट सवाल बनाम एब्स्ट्रैक्शन, कनेक्टिविटी

12:12 फोटोग्राफ्स के कम्पोजीशन का सेंस, अच्छे फ़ोटो की यार्डस्टिक

14:29 क्रिएटिव आस्पेक्ट, अली अकबर खां, राग दरबारी और कैमरे के क्लिक्स और 'मोमेंट' का आना

15:43 संगीत और फ़ोटोग्राफ़ी में समतुल्यता सही? प्योर आर्ट बनाम टेक्निकल आर्ट, ह्यूमन ऑप्टिक्स और मशीन में फ़र्क़

16:45 नियंत्रण से बाहर- चुने हुए फ्रेम में अनएक्सपेक्टेड इंटरवेंशन को कैसे देखें? बनारसी घाट और औरत

19:09 पार्टीज़नशिप और शोषित के तक़लीफ़ और हक़ का चुनाव। पक्ष धर्म (इंटरनल) की बात या दिमाग (एक्सटर्नल) की गणना।

20:16 समग्र और हूबहू रूप में सच

21:19 "बड़े फ़ोटग्राफर रघु राय" और मैग्नम फोटोज़ में अकेले हिंदुस्तानी रघु राय, दूसरे भारतीय की जगह? कर्नल कापा, ब्रेसाँ और मार्क रीबू का वैल्यू सिस्टम

22:45 डिजिटल टेक्नॉलजी और नई पीढ़ी के पास धैर्य और खोज की चाह का अभाव। डिजिटाईज़ेशन इज़ एन्टी-क्रिएटिविटी

24:35 करने की ज़िद और ज़िरह का होना (या अभाव)। ग़ालिब। "जो आँख ही से न टपका वो लहू क्या है"। डिजिटल टेक्नॉलजी इज़ एन्टी-एक्सप्लोरेशन

26:32 फ़ोटोग्राफी कम्पटीशन में ज्यूरी

26:47 फोटोशॉप बनाम लैबोरेटरी एडिट्स। टेक्निकल एनहांसमेंट या मैनिपुलेशन? "कैप्चरिंग दी ट्रुथ" की यार्डस्टिक

28:07 रूल ऑफ थर्ड, स्टीरियोटाइप्स। "इन क्रिएटिविटी नो रूल्स कैन अप्लाई

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