पैल तो गे काऊ कोकताहे (अभंग)

Описание к видео पैल तो गे काऊ कोकताहे (अभंग)

अभंग रचना : संत ज्ञानेश्वर
मूळ संगीत : पं ह्रदयनाथ मंगेशकर
मूळ स्वर : लता मंगेशकर


गायिका :- प्रियांका करंजे.
पखावाज वादक :- ओंकार पोकळे.
टाळ वादक :-ह.भ.प. नामदेव पोकळे.


पैल तो गे काऊ कोकताहे
शकुन गे माये सांगताहे....(२)।।१।।

उड उड रे काऊ तुझे
सोन्यानें मढवीन पाऊ....(२)
पाहुणे पंढरीरावो घरा कैं येती.....।।२।।

दहिंभाताची उंडी लावीन तुझे तोंडी....(२)
जीवा पढिये त्याची गोडी सांग वेगी....।।३।।

दुधें भरूनी वाटी लावीन तुझें वोंठी....(२)
सत्य सांगे गोठी विठो येईल कायी....।।४।।

आंबया डहाळी फळें चुंबी रसाळीं....(२)
आजिचे रे काळीं शकुन सांगे....।।५।।

ज्ञानदेव म्हणे जाणिजे ये खुणें...(२)
भेटती पंढरीराये शकून सांगे....।।६।।

पैल तो गे काऊ कोकताहे
शकुन गे माये सांगताहे...

Комментарии

Информация по комментариям в разработке