Logo video2dn
  • Сохранить видео с ютуба
  • Категории
    • Музыка
    • Кино и Анимация
    • Автомобили
    • Животные
    • Спорт
    • Путешествия
    • Игры
    • Люди и Блоги
    • Юмор
    • Развлечения
    • Новости и Политика
    • Howto и Стиль
    • Diy своими руками
    • Образование
    • Наука и Технологии
    • Некоммерческие Организации
  • О сайте

Скачать или смотреть खरीफ फसलों में कीट रोग प्रबंधन हेतु बीज एवं भूमि उपचार कर बुआई करने की जानकारी किसानों को दी।

  • Live Samachar Plus
  • 2025-06-08
  • 1
खरीफ फसलों में कीट  रोग प्रबंधन हेतु बीज एवं भूमि उपचार कर बुआई करने की  जानकारी किसानों को दी।
  • ok logo

Скачать खरीफ फसलों में कीट रोग प्रबंधन हेतु बीज एवं भूमि उपचार कर बुआई करने की जानकारी किसानों को दी। бесплатно в качестве 4к (2к / 1080p)

У нас вы можете скачать бесплатно खरीफ फसलों में कीट रोग प्रबंधन हेतु बीज एवं भूमि उपचार कर बुआई करने की जानकारी किसानों को दी। или посмотреть видео с ютуба в максимальном доступном качестве.

Для скачивания выберите вариант из формы ниже:

  • Информация по загрузке:

Cкачать музыку खरीफ फसलों में कीट रोग प्रबंधन हेतु बीज एवं भूमि उपचार कर बुआई करने की जानकारी किसानों को दी। бесплатно в формате MP3:

Если иконки загрузки не отобразились, ПОЖАЛУЙСТА, НАЖМИТЕ ЗДЕСЬ или обновите страницу
Если у вас возникли трудности с загрузкой, пожалуйста, свяжитесь с нами по контактам, указанным в нижней части страницы.
Спасибо за использование сервиса video2dn.com

Описание к видео खरीफ फसलों में कीट रोग प्रबंधन हेतु बीज एवं भूमि उपचार कर बुआई करने की जानकारी किसानों को दी।

खरीफ फसलों में कीट रोग प्रबंधन हेतु बीज एवं भूमि उपचार कर बुआई करने की जानकारी किसानों को दी।*

जयबीर सिंह ब्यूरो चीफ (खैरथल-तिजारा)

विकसित कृषि संकल्प अभियान के अंतर्गत खरीफ फसलों की बुवाई पूर्व कृषि विज्ञान केंद्र बानसूर जो कि भारतीय सरसों अनुसंधान संस्थान भरतपुर के कृषि विशेष डॉ सुनिल कुमार ने बताया कि फसलों की बुवाई पूर्व बीज एवं भूमि उपचार कर बुआई करने से 30 से 40 दिन तक फसलों को कीट रोग से सुरक्षा देती है और फसलों का अंकुरण अधिक होता है, जड़ों का विकास अच्छे से होता है। इसमें कम खर्च में अधिक क्षेत्र में फसल का प्रबंधन हो जाता है। डॉ सुनिल कुमार ने किसानों खेतों खाद की मात्रा मृदा स्वास्थ्य कार्ड के अनुसार देने को कहा एवं नाइट्रोजन की आधी मात्रा, फॉस्फोरस एवं पोटाश की पूरी मात्रा खेतों में बुआई से पहले मिलानी चाहिए, खेतों से खरपतवार फसल की बुवाई के 30 से 35 के अन्दर करने फसलों की पैदावार अधिक होती है। यह अभियान भारत सरकार के द्वारा खरीफ की बुआई पूर्व विकसित कृषि संकल्प अभियान के अंतर्गत चलाया जा रहा है। अभियान में कृषि विभाग खैरथल तिजारा राजस्थान के सहायक कृषि अधिकारी रवि यादव ने कृषि विभाग की योजनाओं तार बंदी, फार्म पोंड , प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना , कृषि यंत्र , मिट्टी की जांच कर मृदा स्वास्थ्य कार्ड बनाने इत्यादि के बारे में विस्तार से बताया। कृषि विज्ञान केंद्र अन्य विभागों के साथ मिलकर 15 दिन तक लगातार किसानों से जुड़कर जानकारी दे रहे। केंद्र के पौध संरक्षण विशेषज्ञ डॉक्टर सुनील कुमार ने किसानों को सफेद लट ,खरपतवार और माथाबंदी जैसी समस्याओं के प्रबंधन की जानकारी दी,साथ ही प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना, प्रधानमंत्री मानधन योजना इत्यादि के बारे में विस्तार से बताया। कृषि पर्यवेक्षक शाहिद एवं vसुरेश कुमार ने किसान भाइयों को जैविक कीटनाशियों
व जैविक फफूंदनाशक की विस्तार से जानकारी दी ।
कृषि पर्यवेक्षक अजय सिंह , बागवानी ने भी उद्यानिकी विभाग के योजनाओं के बारे मे बताया। विकसित कृषि संकल्प अभियान खैरथल तिजारा जिले के किशनगढ़ वास तहसील के ग्राम पंचायत मोठूका, बागोड़ा एवं ब्रसंगपुर किया गया। उपरोक्त सभी स्थानों पर जनप्रतिनिधियों के रूप में सरपंच उप सरपंच वार्ड पंच आदि लोग भी उपस्थित रहे, एवं उन लोगों ने भी किसानों को नवीनतम तकनीक अपनाने हेतु प्रोत्साहित किया।

Комментарии

Информация по комментариям в разработке

Похожие видео

  • 💥 Трамп не сказал
    💥 Трамп не сказал "нет" относительно "Томагавков", – Зеленский #shorts
    1 день назад
  • 🔥 ЖЕСТКАЯ КРИТИКА от Трампа: экономика РФ рухнет! #shorts
    🔥 ЖЕСТКАЯ КРИТИКА от Трампа: экономика РФ рухнет! #shorts
    4 дня назад
  • О нас
  • Контакты
  • Отказ от ответственности - Disclaimer
  • Условия использования сайта - TOS
  • Политика конфиденциальности

video2dn Copyright © 2023 - 2025

Контакты для правообладателей [email protected]