करम गति टाड़ी नाही टड़े

Описание к видео करम गति टाड़ी नाही टड़े

मुनि वसिष्ठ से पण्डित ज्ञानी  सोधि के लगन धरी।
सीता हरन मरन दसरथ को  वन में विपति परी
करम गति टारै नाहिं टरी


कहॅं वह फन्द कहाँ वह पारधि  कहँ वह मिरग चरी।
कोटि गाय नित दान करत नृग  गिरगिट जोन परी
करम गति टारै नाहिं टरी


पिता वचन तेजे सो पापी सो प्रह्लाद करी।
ताको फंद छुड़ावन को प्रभु नरहरि रूप धरी

पाण्डव जिनके आप सारथी तिन पर विपति परी।
कहत कबीर सुनो भाई साधो  होनी होय रही 



Muni Vasishth Se Pandit Gyaanee  Sodhi Ke Lagan Dharee.
Seeta Haran Maran Dasarath Ko  Van Mein Vipati Paree
Karam Gati Taarai Naahin Taree

Kahain Vah Phand Kahaan Vah Paaradhi  Kahan Vah Mirag Charee.
Koti Gaay Nit Daan Karat Nrg  Giragit Jon Paree
Karam Gati Taarai Naahin Taree

Pita Vachan Teje So Paapee So Prahlaad Karee.
Taako Phand Chhudaavan Ko Prabhu Narahari Roop Dharee

Paandav Jinake Aap Saarathee Tin Par Vipati Paree.
Kahat Kabeer Suno Bhaee Saadho  Honee Hoy Rahee

कबीर के विचार जो बदल सकते हैं आपका जीवन / Kabir Thoughts Can Change Your Life :

पुरुषार्थ से धन अर्जन करो। किसी के ऊपर आश्रित ना बनो। माँगना मौत के सामान है।

गुरु का स्थान इस्वर से भी महान है क्यों की गुरु ही साधक को सत्य की राह दिखाता है और सद्मार्ग की और अग्रसर होता है। गुरु किसे बनाना चाहिए इस विषय को गंभीरता से लेते हुए गुरु का चयन करना चाहिए। दस बीस लोगों का झुण्ड बनाकर कोई गुरु

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