ऋषिकेश : जहां शिव ने किया विषपान | देवताओं को बांटा अमृत | यहां रह्ते हैं नारायण | हिमालय पदयात्रा–3

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नर्मदे हर!
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ऋषिकेश में भगवान शिव और विष्णु की जीवंत उपस्थिति है। यहां दोनों की ऊर्जा मां गंगा की तरह हिमालय से उतरती है और आस्था की भूमि को उर्वर बनाती है।

यहां के नीलकंठ मंदिर में अगर भोलेनाथ ने समुद्र मंथन से निकले विष का पान किया था तो सोमेश्वर मंदिर में सोमरस वितरित किया। भगवान विष्णु कलयुग में हृषिकेश नाम से श्रीभरत मंदिर में विरजाते हैं।

यहां के झूला पुल, त्रिवेणी और परमार्थ निकेतन घाट की आरती सम्मोहित करती है। मां गंगा का तट तो बार–बार आमंत्रित करता ही है।

यहां शिवालिक पर्वत पर प्रकृति को वशीकरण का मंत्र फेंकते हुए देख सकते हैं तो यहीं से यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ का दरवाज़ा भी खटखटा सकते हैं।

तो चलिए ऋषिकेश का संपूर्ण दर्शन करते हैं। ... देखिएगा और बताइएगा।

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Chapters : Jadu hai rishikesh
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00:00 Intro
02:37 Jhula pul
05:45 Neelkanth Mandir
07:28 Veerbhadra Mandir
10:09 Pipleshavar Mandir
10:51 Someshvar Mandir
12:05 Chandreshvar Mandir
12:49 Rishikund
15:01 Shri Bharat Mandir
19:07 Aashram
20:00 Beatles Aashram
21:20 Bhuvan ji
22:50 Mahabeer Bhatt
24:53 Rishikesh me barish
26:18 Triveni Ghat Arti
30:57 Bhajan & Nritya

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