🌺कीर्तन ~ समचरण दृष्टी विटेवरी साजीरी kirtan samcharn drushti

Описание к видео 🌺कीर्तन ~ समचरण दृष्टी विटेवरी साजीरी kirtan samcharn drushti

समचरण दृष्टी विटेवरी साजीरी||
तेथे माझी हरि वृत्ती राहो||१||
आणिक नलगे मायीक पदार्थ
तेथे माझे अर्थ नको देवा||२||
ब्रह्मादिक पदे दुःखा ची शिराणी|
तेथे दुश्चित्त झणी जडो देसी||३||
तुका म्हणे त्यांचे कळले आम्हां वर्म |
जे जे कर्म धर्म नाशिवंत||४||

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