Allahabad University: सियासत की नर्सरी की कहानी निजाम को सुननी चाहिए | SIYASAT EP-22। Quint Hindi

Описание к видео Allahabad University: सियासत की नर्सरी की कहानी निजाम को सुननी चाहिए | SIYASAT EP-22। Quint Hindi

Allahabad University: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के छात्र आंदोलनरत हैं और आमरण अनशन पर बैठे...राजनीति की प्रयोगशाला रहे इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव को रद्द कर दिया गया है. वहां, पिछली बार साल 2018 में चुनाव हुए थे, जिसमें समाजवादी छात्रसभा ने अध्यक्ष पद का चुनाव जीता था. इसके बाद छात्रसंघ के चुनाव नहीं हुए हैं. विश्वविद्यालय प्रशासन इसे रद्द कर छात्र परिषद के जरिए चुनाव कराना चाहता है, जिसका छात्र विरोध कर रहे हैं. इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ को रद्द किए जाने का विरोध राजनीतिक चिंतक भी कर रहे हैं. उनका मानना है कि विद्यार्थी आंदोलन वास्तव में हमारी समकालीन राजनीति का विस्तार हैं. उसे रोका नहीं जाना चाहिए. अगर उच्च शिक्षण संस्थानों में भी लोकतंत्र सफल नहीं हो पाएगा तो भारत में लोकतंत्र कहां सफल होगा? उच्च शिक्षण संस्थानों में पढ़ने वाला एक विद्यार्थी यह तय नहीं कर सकता कि उसका सही प्रतिनिधि कौन होगा तो उससे यह उम्मीद कैसे की जाए कि वह एक अच्छा नागरिक बन पाएगा और समाज में न्याय, समता और आधुनिक मूल्यों के पक्ष में खड़ा हो पाएगा, अपने विधायक और सांसद चुन लेगा. राजनीतिक चिंतकों का मानना है कि जिस समय आप एक अ-राजनीतिक समाज बना रहे होंगे, तो उस समय आप एक अ-सामाजिक और अन्यायपूर्ण समाज भी बना रहे होंगे.

#AllahabadUniversity #prayagraj #siyasat

क्विंट हिंदी की स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए. हमारे मेंबर बनिए: https://bit.ly/2mE6B8P

आपके लिए जरूरी हर खबर क्विंट पर: https://hindi.thequint.com

द क्विंट इंग्लिश में: https://www.thequint.com

आपको बेहतरीन वीडियो मिलेंगे हमारे यू-ट्यूब चैनल पर: https://bit.ly/2x6pGVD
आप क्विंट हिंदी को यहां भी फॉलो कर सकते हैं:

फेसबुक:https://bit.ly/2LJfzLy

ट्विटर: https://bit.ly/2nhoAlL

इंस्टाग्राम: https://bit.ly/2NGHzRK

टेलीग्राम: t.me/QuintHindi

Комментарии

Информация по комментариям в разработке