तमसो मा ज्योतिर्गमय - A film on Bihar Judicial Academy

Описание к видео तमसो मा ज्योतिर्गमय - A film on Bihar Judicial Academy

भौतिक जीवन में असत्य पर सत्य और अंधकार पर प्रकाश की स्थापना का दायित्व न्यायालय के दरवाज़े पर संपन्न होता है। न्यायाधीश पृथ्र्वी पर ईश्वर के प्रतिनिधि होते हैं ।भारत में न्याय के जितने भी मंदिर हैं, उन्हीं में से एक मंदिर है- पटना उच्च न्यायालय। न्याय के इस मंदिर की व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से चलाने के लिए न्याय से जुडे लोगों के गहन प्रशिक्षण हेतु कई बुनियादी तथ्यों के अनुपालन की आवश्यकता होती है। इसी निहितार्थ से बिहार में बिहार न्यायिक अकादमी की स्थापना की गई।

Комментарии

Информация по комментариям в разработке