#भजन

Описание к видео #भजन

मेरे सतगुरु जी प्रेम की गहरी तू मिसाल है- Welcome to RadhaSwami Satsang Dinod's latest spiritual bhajan, "Prem ki Gehri Tu Misaal Hai." In this soul-stirring rendition, we delve into the divine magnificence of Param Sant Huzur Kanwar Saheb Ji Maharaj Ji. Discover the depths of his boundless love and unwavering devotion to his revered Guru, a love unlike any other ever witnessed on this Earth.

Param Sant Huzur Kanwar Saheb Ji Maharaj Ji's profound love for his Guru is a shining example for all seekers on the path of spirituality. This bhajan beautifully narrates the story of his love and how he wholeheartedly lived it.

The heartfelt lyrics of this bhajan are penned by the talented writer, Behen Sarla Dass, who has skillfully captured the essence of this extraordinary love in her words.

Join us on this mesmerizing journey of devotion and love. Don't forget to like, share, and subscribe to RadhaSwami Satsang Dinod for more inspiring bhajans and spiritual content.

#RadhaSwami #SpiritualBhajan #RadhaSoamiSatsang #SarlaDasShabad #PremKiGehriTuMisaalHai #Bhajan2023 #RadhaSwamiDinod #radhaswamikebhajan #rssdprem #rssdfollowers

मेरे सतगुरु जी प्रेम की गहरी तू मिसाल है
मेरे दाता जी प्रेम की गहरी तू मिसाल है
जहां चले तोप थारे ध्यान की-२ भर देती गुण और ज्ञान है

तुम जैसी ना भक्ति जग में ना तुम सी गुरुवाई
एक पल में सब छोड़ दिया माया पल में बिसराई
सब इच्छाएँ मुरझाई जो -२ वो असल संत पहचान है

दान दीनता दया धरम सब तुझमें आण समाई
अंदर का पट खुला नाम से अजब रोशनी पाई
है उलट देश का बाण तूं-२ हम खोटी तीर कमान हैं

पापी कपटी तार दिये सुधारे मूढ़ अज्ञानी
निंदक नीच निकम्मे तारे बड़ी कान में बाणी
जन जन के काज सँवार रहे-२ कहते हम सब मेहमान हैं

ताराचंद की शान तूं ऊँची उनकी ही परछाई
कँवर साहेब मालिक मेरे तुम दर थारे में आइ
सरला दास गुण गाये जो-२ उन गुणों से भी अंजान है

Комментарии

Информация по комментариям в разработке