जब कोई आपका अपना इस दुनिया को छोड़कर चला जाता है तो वह अपने पीछे यादों के साथ ही कई और भी वस्तुएं छोड़कर जाता है। उनके जाने के बाद उनकी वस्तुओं से लगाव हो जाता है। ऐसे में शास्त्रों के अनुसार उनकी इन चीजों का उपयोग कतई नहीं करना चाहिए अन्यथा पितृदोष लगता है।
मृत व्यक्ति के कपड़े : मृत्यु के बाद दिवंगतों के कपड़े इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इन्हें किसी गरीब को दान में दे देना चाहिए। यह भी ध्यान रखना चाहिए कि सारे कपड़े किसी एक को ही दान न करें। ऐसी भी मान्यता है कि मृतकों को अपने कपड़े से लगाव होता है और यह भी कि कपड़ों में मृतकों की ऊर्जा और सुगंध रहती है।
जेवर या गहने : गरुड़ पुराण अनुसार मृतक के जेवर, गहने, आभूषण, अंगूठी, आदि का उपयोग भी नहीं करना चाहिए। इनमें मृतकों की ऊर्जा समाई होती है, जिससे पितृ दोष लगता है। मृतकों की उक्त वस्तुओं को बेच देना चाहिए या यदि सोना चांदी आदि है तो उसकी जगह दूसरा ले लेना चाहिए। नहीं बेचना चाहते हैं तो गहने धारण करने से पूर्व उनकी शुद्धि पूजा अवश्य करनी चाहिए।
घड़ी : यदि आपके दिवंगतों की हाथ घड़ी है तो उसका उपयोग नहीं करना चाहिए। कहते हैं कि यह घड़ी बुरे समय की याद दिलाती रहेगी जिसके कारण आपके दिमाग में नकारात्मकता रहेगी। ऐसे में मृतक की घड़ी पहन ने से पितृ दोष लगता है अशुभ घटनाएं घटित होती हैं। इसलिए घड़ी को किसी को दान कर देना चाहिए।
इसी प्रकार अन्य कोई वस्तु हो तो उसका उपयोग भी नहीं करना चाहिए।
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