Logo video2dn
  • Сохранить видео с ютуба
  • Категории
    • Музыка
    • Кино и Анимация
    • Автомобили
    • Животные
    • Спорт
    • Путешествия
    • Игры
    • Люди и Блоги
    • Юмор
    • Развлечения
    • Новости и Политика
    • Howto и Стиль
    • Diy своими руками
    • Образование
    • Наука и Технологии
    • Некоммерческие Организации
  • О сайте

Скачать или смотреть CrPC धारा 91 आरोपी को सबूत पेश करने से नहीं किया जा सकता मजबूर? | सुप्रीम कोर्ट केस की पूरी बात"

  • Kanooni Sahayta
  • 2025-10-02
  • 57
CrPC धारा 91 आरोपी को सबूत पेश करने से नहीं किया जा सकता मजबूर? | सुप्रीम कोर्ट केस की पूरी बात"
  • ok logo

Скачать CrPC धारा 91 आरोपी को सबूत पेश करने से नहीं किया जा सकता मजबूर? | सुप्रीम कोर्ट केस की पूरी बात" бесплатно в качестве 4к (2к / 1080p)

У нас вы можете скачать бесплатно CrPC धारा 91 आरोपी को सबूत पेश करने से नहीं किया जा सकता मजबूर? | सुप्रीम कोर्ट केस की पूरी बात" или посмотреть видео с ютуба в максимальном доступном качестве.

Для скачивания выберите вариант из формы ниже:

  • Информация по загрузке:

Cкачать музыку CrPC धारा 91 आरोपी को सबूत पेश करने से नहीं किया जा सकता मजबूर? | सुप्रीम कोर्ट केस की पूरी बात" бесплатно в формате MP3:

Если иконки загрузки не отобразились, ПОЖАЛУЙСТА, НАЖМИТЕ ЗДЕСЬ или обновите страницу
Если у вас возникли трудности с загрузкой, пожалуйста, свяжитесь с нами по контактам, указанным в нижней части страницы.
Спасибо за использование сервиса video2dn.com

Описание к видео CrPC धारा 91 आरोपी को सबूत पेश करने से नहीं किया जा सकता मजबूर? | सुप्रीम कोर्ट केस की पूरी बात"

यहां सेक्शन 91 CrPC पर आपकी यूट्यूब शॉर्ट्स स्क्रिप्ट है, जिसमें उदाहरण व केस‑लॉ भी शामिल किया गया है:क्या आपको पता है CrPC की धारा 91 क्या है?अगर पुलिस या कोर्ट को लगता है कि किसी अपराध की जाँच, पूछताछ या ट्रायल के लिए कोई दस्तावेज़ या चीज़ जरूरी है, तो वे किसी भी व्यक्ति को समन या लिखित आदेश भेज सकते हैं, और उस चीज़ को पेश करने के लिए कह सकते हैं।उदाहरण के तौर पर—
मान लीजिए, हत्या के किसी मामले में पुलिस को यह शक है कि आरोपी के कॉल डिटेल्स या सीसीटीवी फुटेज मामले में अहम सबूत हो सकते हैं, तो अधिकारी धारा 91 के तहत समन जारी करवा सकते हैं।
या, किसी कंपनी के खाते, ऑडिट रिपोर्ट या मेडिकल बीमा क्लेम को वेरिफाई करने के लिए भी इसी धारा के तहत दस्तावेज़ मंगवाए जा सकते हैं��।कोर्ट में कई मामलों में यह धारणा बनी है कि—State of Gujarat vs. Shyamlal Mohanlal Choksi केस में सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि धारा 91 के तहत आरोपी को अपने खिलाफ खुद से कोई सबूत पेश करने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता।बाबू भाई बनाम गुजरात राज्य (1975) में कोर्ट ने माना कि तीसरे पक्ष के पास रहे दस्तावेज़ भी अदालत मांग सकती है��।ध्यान रखें, धारा 91 का मकसद है – जरूरी सबूत सामने लाना और न्याय प्रक्रिया को पारदर्शी बनाना।ऐसे ही आसान शब्दों में कानून सीखते रहने के लिए चैनल को फॉलो करें!

Комментарии

Информация по комментариям в разработке

Похожие видео

  • О нас
  • Контакты
  • Отказ от ответственности - Disclaimer
  • Условия использования сайта - TOS
  • Политика конфиденциальности

video2dn Copyright © 2023 - 2025

Контакты для правообладателей [email protected]