बहुव्रीहि समास की परिभाषा, उदाहरण सहित | Bahuvrihi samas kise kahate hain, udaharan in hindi

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बहुव्रीहि समास की परिभाषा - in hindi grammar and sanskrit
बहुव्रीहि समास ऐसा समास होता है जिसके समस्त्पदों में से कोई भी पद प्रधान नहीं होता एवं दोनों पद मिलकर किसी तीसरे पद की और संकेत करते हैं वह समास बहुव्रीहि समास कहलाता है।

जिस समास में कोई पद प्रधान न होकर (दिए गए पदों में) किसी अन्य पद की प्रधानता होती है। यह अपने पदों से भिन्न किसी विशेष संज्ञा का विशेषण है, उसे बहुव्रीहि समास कहते है।
definition of Bahuvrihi samasa
Bahuvrihi samasa is such a samasa in which none of the verses is predominant and both the verses together indicate towards a third term, that samasa is called bahuvrihi samasa.

In which no term is predominant but (in the given terms) some other term has precedence. It is an adjective of a particular noun different from its terms, it is called Bahuvrihi samasa.

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