चेक बाउंस केस, Cheque Bounce Case, धारा 138, section 138 N.I.act

Описание к видео चेक बाउंस केस, Cheque Bounce Case, धारा 138, section 138 N.I.act

धारा 138. लेखों में जमा राशि अपर्याप्त होने आदि के कारण चेक़ों का अनादरित हो जाना :-
1. चेक रिटर्न होने पर धारा 138 के अंतर्गत रिटर्न होने के 30 दिन के भीतर लीगल नोटिस भेजना होगा।
2. अनादरित चेक की राशि चुकाने के लिए नोटिस में 15 दिन की अवधि देनी होगी।
3. अगर 15 दिन के भीतर अनादृत चेक की राशि नहीं दी जाती है तब नोटिस में दी गई अवधि से 30 दिन के भीतर आपराधिक परिवाद प्रस्तुत करना होगा।
4. परिवाद क्षेत्राधिकार वाले प्रथम वर्ग मजिस्ट्रेट के न्यायालय में प्रस्तुत होगा
5. न्यायालय केस की पोषणीय था एवं म्याद को देखेगा।
6. न्यायालय धारा 146 में परिवाद के समर्थन में शपथ पत्र परिवादी के बयान लेगा।
7. न्यायालय मामला प्रथम दृष्टया पाने पर प्रसंज्ञान लेगा।
8. आरोपी को न्यायालय में हाजिर होने के लिए समन जारी करेगा
9. सर्विस ना होने पर सम्मन पुनः जारी किए जाएंगे।
10. सम्मन की सर्विस होने पर भी उपस्थित ना होने पर वारंट जारी किया जाएंगे।
11. आरोपी के न्यायालय में हाजिर होने पर उसकी जमानत ली जाएगी। और आरोपी को दस्तावेज उपलब्ध करवाए जाएंगे।
12. ट्रायल प्रारंभ होगी, जुर्म स्वीकार करने पर दंडादेश जारी किया जाएगा।
13. तुम स्वीकार नहीं करने पर।
14. परिवादी की ओर से प्रस्तुत सभी साक्ष्य लेगा
15. आरोपी की ओर से प्रस्तुत साक्ष्य लेगा।
16. दोनों पक्षों की बहस सुनकर न्यायालय द्वारा निर्णय दिया जाएगा।

Комментарии

Информация по комментариям в разработке