Gajanand Ji Ki Kahani || गजानन्द जी की कहानी || Aryavart Ki Kahaniya

Описание к видео Gajanand Ji Ki Kahani || गजानन्द जी की कहानी || Aryavart Ki Kahaniya

Gajgajanand ji ki kathaanand Ji Ki Kahani | गजानन्दजी की कहानी | आर्यावर्त की कहानियां
#aryavart #kahaniya .

एक बार गणेशजी छोटे बालक के रूप में चिमटी चावल और चमचे में दूध लेकर निकले। वे हर किसी से कह रहे थे। कि कोई रेखीर बना दो। एक बुढिया बैठी थी, उसने कहा ला मैं बना दूं। वह छोटा सा तन चढ़ाने लगी। तो गणेशजी ने कहा, कि दादी मां छोटी सी भगोनी मत पढाओ। तुम्हारे घर में जो सबसे बडा चरू हो, वही चढा दो। बुढीया ने वही बड़ा पला चरू चढा दिया। वह देखती क्या है, कि वह तो पूरा भर गया। गणेशजी न कहां, दादी माँ आप खीर बनाओ, मैं नहाकर आता हु । खीर तैयार हुई, तो बुढिया कपोते-पोती, खीर खाने के लिये रोने लगे। बुढिया ने कहा, गणेशाय तेरे भोग लगना।

कहकर चूल्हे में अग्नि जिमाने के लिये थोडी सी खीर डाली। ओर कटोरे -पर-भर कर बच्चो को दे दी पडौसन उपर से देख रही थी, बुढिया ने सोचा, यह -गली कर देगी। सो कटोरा भरकर उसे पकडा दी। बेटे की बहु ने चुपके से एक कटोरा खीर खाई। और कटोरा चक्की के नीचे छपा दिया। अब भी गणेशजी नही आयें, बढिया को बहुत भूख लगी। एक कटोरा खीर का भर कर, किवाड़ के पीछे ठकर एक बार फिर कहां जै गणेश तेरे भोग लगना और खाना। और स्वयं खाना -शुरू कर दिया। तभी गणेशजी आ गए। बुढिया ने कहाँ खीर खाले, मैं तो तेरी ही नाराह देख रही थी।

पूरी कहानी पड़ने के लिए : https://www.the-indianews.com/gajaana...


कहानी कहने के बाद लप्सी तपसी की कहानी कही जाती है :-
   • Lapsi Tapsi ki Kahani | लप्सी तपसी की...  

Subscribe for more videos:    / @aryavartkikahaniya  

Facebook: -   / aryavat.ki.kahaniya  

#VratKatha #Hindi
#ReligiousStoriesInHindi
#Religious #VratKatha
#धार्मिक #व्रत #कथा #कथाएँ
#kahaniya #vrat

Copyright Disclaimer:
Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for "fair use" for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing. Non-profit, educational, or personal use tips the balance in favor of fair use.

Комментарии

Информация по комментариям в разработке