रहीम के अमर दोहे अर्थ के साथ नीचे देखें | आसान शब्दों में जीवन बदलने का ज्ञान | Timeless Wisdom of Rahim
यह वीडियो अब्दुर रहीम ख़ान-ए-ख़ाना के अमर दोहों पर आधारित है, जो जीवन के महत्वपूर्ण सबक सिखाते हैं। रहीम के दोहे न केवल जीवन के दर्शन को समझने में मदद करते हैं, बल्कि वे हमें जीवन की चुनौतियों का सामना करने के लिए भी प्रेरित करते हैं। इस वीडियो में, हम रहीम के कुछ सबसे प्रसिद्ध दोहों को आसान शब्दों में समझाएंगे और बताएंगे कि वे हमारे दैनिक जीवन में कैसे लागू किए जा सकते हैं। यदि आप जीवन के बारे में गहराई से सोचना चाहते हैं और अपने जीवन को सकारात्मक दिशा में बदलना चाहते हैं, तो यह वीडियो आपके लिए है। रहीम के दोहों की समयहीन ज्ञान आपको जीवन के हर पहलू में आगे बढ़ने में मदद करेगा।
These are 10 timeless dohas (couplets) of Abdur Rahim Khan-i-Khanan that hold deep wisdom about life, love, humility, patience, and the value of truth. Each doha is simple yet powerful, carrying lessons that are relevant even today. Kabir’s words teach us how to live with compassion, mindfulness, and balance.
#hindipoetry
#hindisong
#knowledge
#SpiritualWisdom #Doha #IndianPhilosophy #LifeLessons
#RahimDoha #RahimKeDohe #HindiDoha #DohaSong #TopPoets #HindiPoetry #MoralPoetry #IndianWisdom
गीत – रहीम के दोहे
रहिमन धागा प्रेम का, मत तोड़ो चटकाय।
टूटे से फिर ना जुड़े, जुड़े गाँठ पड़ जाय॥
👉 प्रेम का रिश्ता बहुत नाज़ुक होता है, इसे तोड़ना नहीं चाहिए। एक बार टूटने पर यदि जुड़ भी जाए तो उसमें गाँठ पड़ जाती है।
रहिमन विपदा हू भली, जो थोरे दिन होय।
हित अनहित या जगत में, जान परत सब कोय॥
👉 थोड़ी समय की विपत्ति अच्छी होती है, क्योंकि इससे पता चलता है कि इस दुनिया में कौन अपना है और कौन पराया।
रहिमन पानी राखिए, बिन पानी सब सून।
पानी गए न ऊबरे, मोती, मानुस, चून॥
👉 जैसे पानी के बिना मोती, इंसान और चूना सब व्यर्थ हो जाते हैं, वैसे ही जीवन में भी नम्रता और शांति (पानी) बनाए रखनी चाहिए।
बड़े बड़ाई न करें, बड़े न बोले बोल।
रहिमन हीरा कब कहे, कितनो मेरा मोल॥
👉 जो सचमुच महान होते हैं, वे अपनी प्रशंसा नहीं करते। हीरा कभी यह नहीं कहता कि उसकी कीमत कितनी है।
कहि रहीम सम्पति सगे, बनत बहुत बहु रीत।
बिपति कसौटी जे कसे, तेई सांचे मीत॥
👉 संपत्ति होने पर रिश्तेदार और दोस्त तो बहुत बन जाते हैं, लेकिन विपत्ति में वही सच्चा मित्र साबित होता है।
जो रहीम उत्तम प्रकृति, का करी सकत कुसंग।
चन्दन विष व्यापत नहीं, लिपटे रहत भुजंग॥
👉 उत्तम स्वभाव वाले व्यक्ति पर बुरी संगति का असर नहीं होता, जैसे चंदन पर लिपटा हुआ सांप भी उसे विषैला नहीं बनाता।
करनी करि फल पाइए, जो करि सो तू भर।
रहिमन कर्म बिना फल, कबहुँ न पावे नर॥
👉 इंसान जैसा कर्म करता है, वैसा ही फल उसे मिलता है। बिना कर्म के कभी कोई फल नहीं मिलता।
आधा रहीम आधा राखे, आधा दीजे दान।
ना तन मरै न प्राण मरै, नर न मरै सम्मान॥
👉 अपनी संपत्ति का आधा हिस्सा अपने लिए बचाकर और आधा दान करना चाहिए। इससे न शरीर मरता है, न आत्मा, न ही सम्मान।
रहिमन देखि बड़ेन को, लघु न दीजिए डार।
जहाँ काम आवे सुई, कहा करे तलवार॥
👉 बड़े लोगों को देखकर छोटे को कभी तुच्छ न समझो। कई बार छोटी चीज़ बड़ी से अधिक काम आती है, जैसे सुई वहाँ काम करती है जहाँ तलवार बेकार है।
Rahim, Rahim ke dohe, Hindi doha, Rahim doha song, Vijay Shikan, Top Poets, Indian poetry, Doha lyrics, Hindi poetry video, Moral wisdom, Hindi song, Shayari, Doha in song form, Rahim Hindi poetry
Music and Production : Vijay S Sharma for @JioMoksh
Информация по комментариям в разработке