Logo video2dn
  • Сохранить видео с ютуба
  • Категории
    • Музыка
    • Кино и Анимация
    • Автомобили
    • Животные
    • Спорт
    • Путешествия
    • Игры
    • Люди и Блоги
    • Юмор
    • Развлечения
    • Новости и Политика
    • Howto и Стиль
    • Diy своими руками
    • Образование
    • Наука и Технологии
    • Некоммерческие Организации
  • О сайте

Скачать или смотреть क्या आप भी अपने जीवन से संतुष्ट नही है? | Are you also not satisfied with your life? | SELFSTER |

  • SELFSTER
  • 2023-09-21
  • 130
क्या आप भी अपने जीवन से संतुष्ट नही है? | Are you also not satisfied with your life? | SELFSTER |
buddhist storybuddha storyfocus on yourself not othersa buddhist story on lifefocus on yourself not others motivationfocus on yourself not on othersbuddhist story in englishbuddhismfocus on yourself not otherbuddhism for youfocus on yourself and not othersbuddhism in englishhow to focus on yourself and not othersbuddhist story on silencebuddhist story on happinessmotivational storyfocus on yourself motivationgautam buddha storyselfster
  • ok logo

Скачать क्या आप भी अपने जीवन से संतुष्ट नही है? | Are you also not satisfied with your life? | SELFSTER | бесплатно в качестве 4к (2к / 1080p)

У нас вы можете скачать бесплатно क्या आप भी अपने जीवन से संतुष्ट नही है? | Are you also not satisfied with your life? | SELFSTER | или посмотреть видео с ютуба в максимальном доступном качестве.

Для скачивания выберите вариант из формы ниже:

  • Информация по загрузке:

Cкачать музыку क्या आप भी अपने जीवन से संतुष्ट नही है? | Are you also not satisfied with your life? | SELFSTER | бесплатно в формате MP3:

Если иконки загрузки не отобразились, ПОЖАЛУЙСТА, НАЖМИТЕ ЗДЕСЬ или обновите страницу
Если у вас возникли трудности с загрузкой, пожалуйста, свяжитесь с нами по контактам, указанным в нижней части страницы.
Спасибо за использование сервиса video2dn.com

Описание к видео क्या आप भी अपने जीवन से संतुष्ट नही है? | Are you also not satisfied with your life? | SELFSTER |

एक गाँव में विराग नाम का एक युवक रहता था। वह अपने जीवन से संतुष्ट नहीं था और हर समय अधिक प्राप्त करने की तलाश में रहता था। जिसके चलते वह हर समय चिंतित ही रहता था ।

एक दिन, भगवान बुद्ध ने उस गाँव में प्रवेश किया। उन्होंने विराग की असंतुष्टता को देखा और उससे बातचीत शुरू की।

"तुम क्यों इतनी अधिक चिंतित हो?" बुद्ध ने पूछा।

"मुझे जीवन में अधिक प्राप्त करना है। मैं जो भी प्राप्त करता हूँ, वह मुझे पर्याप्त नहीं लगता।" विराग ने उत्तर दिया।

बुद्ध ने मुस्कराते हुए कहा, "अधिक प्राप्त करने की इच्छा से आत्मा में असंतोष उत्पन्न होता है। जब तक तुम अपने आप को पूरी तरह से समझते नहीं हो, तुम्हें सच्चा सुख नहीं मिलेगा।"

बुद्ध के इस उपदेश को सुनकर, विराग को आत्म-मंथन हुआ। उसने सोचा कि क्या सच में उसकी अधिक प्राप्त करने की इच्छा ही उसकी असंतोष का कारण है?

विराग ने तय किया कि वह अब अपनी आवाज को शांत करेगा और अपने जीवन के आदान-प्रदान को समझने की कोशिश करेगा। उसने अपने आप को संयम में लगाया और अपने आप को अध्यात्मिक जीवन में प्रवृत्त किया।
-
कुछ महीनों बाद, जब बुद्ध वापस उस गाँव में आए, उन्होंने देखा कि विराग पूरी तरह से बदल चुका था। उसकी आंखों में अब पहले की तरह लालच नहीं था, बल्कि उसमें एक गहरा संतोष और शांति थी।

बुद्ध ने विराग से पूछा, "तुम्हें अब कैसा महसूस हो रहा है?"

विराग ने कहा, "अब मैं समझ गया हूँ कि सच्चा सुख और संतोष बाहरी चीजों में नहीं, बल्कि हमारे अंदर है। जब हम अपनी असली आवश्यकताओं को समझते हैं और उन्हें पूरा करते हैं, तो हमें सच्चा संतोष मिलता है।"

बुद्ध ने मुस्कराते हुए कहा, "तुमने सही समझा। जब हम अपनी आवाज को समझते हैं और उसे पूरा करते हैं, तो हमें असली सुख और शांति मिलती है। हमें यह समझना चाहिए कि जीवन की असली खुशियाँ बाहरी वस्त्रों या संपत्ति में नहीं है, बल्कि हमारे अंदरी जीवन और अध्यात्म में है।"

विराग ने उत्तर दिया, "मैंने समझा है कि जीवन में सबसे महत्वपूर्ण चीज हमारी भावनाएँ और विचार हैं। जब हम उन्हें सही दिशा में मार्गदर्शन करते हैं, तो हमारा जीवन सच में संतुष्ट और समृद्ध होता है।"

गाँव के अन्य लोग भी विराग के परिवर्तन को देख रहे थे। उन्होंने भी समझा कि सच्ची खुशियाँ और शांति का मार्ग अध्यात्म में ही है। वे भी बुद्ध के मार्गदर्शन में अध्यात्मिक जीवन में प्रवेश करने लगे।
-
कुछ समय बाद, गाँव में एक नई समृद्धि और शांति की लहर चल पड़ी। लोग अब अपनी आवाज को शांत करने और अध्यात्म में गहराई पाने की कोशिश में थे।

गाँव का वातावरण बदल गया था। लोग अब एक-दूसरे से प्रेम और समर्थन में जुड़े थे। उन्हें समझ में आ गया था कि जीवन की असली मूल्यवान चीजें वास्तविकता, प्रेम, और सहयोग में हैं।

विराग अब गाँव में एक प्रेरणा स्रोत बन गया था। वह अपने जीवन के अनुभवों को साझा करता और लोगों को बताता कि कैसे वे अपने जीवन में सच्ची खुशियाँ प्राप्त कर सकते हैं।

इस प्रकार, एक छोटे से गाँव में, बुद्ध के सिंपल उपदेश ने एक पूरे समाज को परिवर्तित कर दिया। लोगों की सोच बदल गई, उनके जीवन की प्राथमिकताएं बदल गईं, और उन्होंने सीखा कि सच्चा सुख और संतोष आध्यात्मिक जागरूकता और आत्म-समर्पण में ही है।

विराग की कहानी गाँव के हर घर में प्रसारित हो गई। वह अब उन सभी युवकों और युवतियों के लिए प्रेरणा स्रोत बन गए थे, जो जीवन में उद्देश्य और दिशा खोज रहे थे। उन्होंने भी समझा कि अधिकतम प्राप्तियों की प्रतिस्पर्धा और असंतोष में दौड़ने से बेहतर है कि वे अपने जीवन को समझें और उसका सही अर्थ खोजें।

गाँव में अब एक नया संस्कृति का विकास हुआ, जिसमें लोग आध्यात्मिकता, ध्यान, और समझौता की महत्व को महसूस करते थे। वे समझे कि जीवन के असली मूल्य बाहरी चीजों में नहीं है, बल्कि हमारी अंदरी जागरूकता और समझ में।


इस तरह, भगवान बुद्ध के साधारण उपदेश ने एक पूरे समाज को बदल दिया और विराग को उसके असली उद्देश्य की तरफ मार्गदर्शन किया। जीवन की असली मूल्यवान चीजें उसके आँखों के सामने आ गईं और उसने समझा कि सच्ची खुशियाँ और शांति का मार्ग आत्म-जागरूकता और समझौता में ही है।

अगले कुछ महीनों में, विराग की प्रशिक्षण शैली और उसकी शिक्षाएँ आसपास के गाँवों तक पहुँच गई। उसकी कथाएँ और उपदेश लोगों में एक नई जागरूकता जागा रहे थे। जहाँ एक समय पर लालच और प्रतिस्पर्धा ने लोगों को अलग किया था, वहीं अब विराग की शिक्षाएँ उन्हें एक अध्यात्मिक बंधन में जोड़ रही थी।

एक दिन, गाँव में एक महत्वपूर्ण समाजिक सम्मेलन हुआ जिसमें असपास के गाँवों के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे। इस अवसर पर, विराग ने अध्यात्म, ध्यान, और समझौते की महत्वपूर्णता पर भाषण दिया। उसके शब्द उस समाज में गहरी छाप छोड़ गए, जिसने आत्म-समर्पण और आत्म-जागरूकता की महत्वपूर्णता को समझा।

गाँववालों के जीवन में एक नया मोड़ आया। वे अब अपनी ज़रूरतों और इच्छाओं को समझने लगे थे। जहाँ पहले वे बाहरी दुनिया से संतोष प्राप्त करने की तलाश में थे, वहां अब वे अपने आंतरिक जीवन की गहराई में जाने लगे थे।

समय के साथ, विराग अपनी ज्ञान को और भी लोगों तक पहुँचाने के लिए यात्रा पर निकले। उसकी यात्राएँ और उपदेश ने उसे एक प्रमुख आध्यात्मिक गुरु की स्थिति प्राप्त करवा दी। उसकी कथाएँ और शिक्षाएँ अब समूहों में गूंज रही थी, जिससे लोग जीवन के असली उद्देश्य को पहचानने लगे थे।

इस तरह, भगवान बुद्ध के साधारण उपदेश और विराग की अद्भुत मार्गदर्शन शैली ने समाज में एक नई आध्यात्मिक जागरूकता का जन्म दिया। जीवन की सच्चाई, अध्यात्म, और संयम की महत्वपूर्णता को समझने के लिए एक नई पीढ़ी तैयार हो रही थी।

#buddhiststory #moralstory #zenstory #ancientstory #buddhainspired #gautam_buddha_story #gautambuddha #inspirationalstory #monkstory #motivational

Комментарии

Информация по комментариям в разработке

Похожие видео

  • О нас
  • Контакты
  • Отказ от ответственности - Disclaimer
  • Условия использования сайта - TOS
  • Политика конфиденциальности

video2dn Copyright © 2023 - 2025

Контакты для правообладателей [email protected]