कक्षा= दस||हिंदी|| chapter 3 ||देव|| सवैया और कवित ke questions and answers/Kshitij bhag two

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कक्षा= दस||हिंदी|| chapter 3 ||देव|| सवैया और कवित ke questions and answers/Kshitij bhag
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✓class=10th
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कक्षा= दस || हिंदी|| पाठ=तीन chapter name Dev savaiyaa and kavitt
कक्षा=दस||हिंदी||पाठ= तीन देव सवैया, कवित्त
कक्षा=दस|| हिंदी||पाठ= तीन देव सवैया=पायनी नुपुर मंजु बजे...........|, कवित=डार दुम पलना बिछाना........|
कक्षा दस हिंदी पाठ तीन देव सवैया और कवित की संपूर्ण व्याख्या
कक्षा दस हिंदी पाठ तीन देव सवैया और कवित की संपूर्ण भाव |
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कक्षा दस हिंदी पाठ तीन देव सवैया और कवित के अभ्यास प्रश्न|
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✓कक्षा=दस
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✓पाठ=तीन
✓पाठ का नाम=||देव|| सवैया और कवित

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सवैया मे श्री कृष्ण के राजसी स्वरूप का वर्णन किया है और कहा है कि श्री कृष्ण इस जगत रूपी मंदिर में दीपक के समान हो |

दूसरे कवित में वसंत ऋतु को बालक के रूप मे बताया है और कहा है कि जिस प्रकार नवजात शिशु का जन्म होने पर घर में खुशी का माहौल होता है ठीक उसी प्रकार बसंत ऋतु आने पर इस प्रकृति में भी खुशी का माहौल हो गया है | और इसमें प्रकृति मानव जैसी क्रिया करती नजर आ रही है अत: मानवीकरण अलंकार का प्रयोग हुआ है|

तीसरे कवित में पूर्णिमा की रात में जब चद्रमा की चांदनी चारो तरफ फैलती हैं तो ये आकाश व धरती पर दूधिया के समान सफेद ही सफ़ेद दिखाई दे रही है|

आशा करती हूं आप सभी को इस chapter के संपूर्ण भाव समझ आया होगा|
thankyou

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