Tapasya New Song।। पूज्य श्री विराग मुनि जी के 171 उपवास पर अभिनंदन गीत | डॉ. सीमा दफ्तरी।।

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पूज्य श्री विराग मुनि जी के 171 उपवास पर अभिनंदन गीत
मेरी नगरी में आंगन में उत्सव खास है।
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Singer & lyricist - Dr Seema Daftry
Music - Pitrakripa Studio Barmer
Video - Maddy Sharma
publicity Design- Sumit Bhandari
Sponsored By - श्री जयानंद भक्त मंडल जयपुर
Song lyrics....
मेरी नगरी में आंगन में उत्सव खास है
तप अभिनंदन शुभ मंगल अवसर आज है
तप करने से होता कर्मों का नाश है हां नाश है
हां उल्लास उल्लास है......
मेरी नगरी में आंगन में उत्सव खास है
तप अभिनंदन शुभ मंगल अवसर आज है


जप तप आराधना से, भक्ति से भावना से
हम करते हैं अनुमोदन, मन निर्मल भावना से*2
तप करने से हो सकता आत्म विकास है
हैं विकास है
हां उल्लास है
मेरी नगरी में आंगन में उत्सव खास है
तप अभिनंदन शुभ मंगल अवसर आज है

तप को हम करते वंदन तप को हम शीश झुकाए
जैसे प्रभु कर्मों को जीते, हम अपने कर्म खपाए*2
प्रभु के चरणों में सर्व सिद्धि का वास है
हां उल्लास है हां उल्लास है
मेरी नगरी में आंगन में उत्सव खास है
तप अभिनंदन शुभ मंगल अवसर आज है

तप शक्ति तप प्रभु भक्ति तप से मिल जाती मुक्ति
भव भव से फेरो से ये तीर जाने की है युक्ति
तप प्रभु आज्ञा पर चलने का एहसास है
हैं एहसास है हैं एहसास है
मेरी नगरी में आंगन में उत्सव खास है
तप अभिनंदन शुभ मंगल अवसर आज है

तप बधावना शुभ मंगल अवसर आंगनिए आया
तप करके तपस्वियों ने तन मन जीवन महकाया*2
तप से बढ़ता जिनशाशन का सम्मान है
हैं महान है शासन की शान है

मेरी नगरी में आंगन में उत्सव खास है
तप अभिनंदन शुभ मंगल अवसर आज है
तब करने से होता कर्मों का नाश है हां हां उल्लास है हां उल्लास उल्लास है
मेरी नगरी में आंगन में उत्सव खास है
वर्षी तप पालना आया छाया उल्लास है

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