Diler Thakur (Full Video) | Sumit Thakur Gonder | Dj Rajput Song 2020 | Rajputana Song 2020

Описание к видео Diler Thakur (Full Video) | Sumit Thakur Gonder | Dj Rajput Song 2020 | Rajputana Song 2020

#राजपूतसम्राटमिहिरभोजप्रतिहार #SamratMihirBhojrajputanasong2020 #allmihirbhojsong2020
#राजपूतसम्राटमिहिरभोजपरिहारजयराजपूताना #sumitthakurmihirbhojsong2020 #rajputanamihirbhojsong2020 #laxmanvansimihirbhojsong2020
#DilerThakur #DjRajputSong #RajputnaSong #RajputSong #ThakurSong #DjRajput #Thakursong
#SumitThakurGonder
Song - Diler Thakur
Starring - Sumit Thakur Gonder
Singer & Music - Sonu Vicky Brother
Lyrics - Sumit Thakur
Edit & Id - Gurmeet Parjapat
Makup - Amir Khan
A Film By Sumit Thakur Gonder
Spl Thanks - Rajkumar Rana, Kuki Rana Agondh, Shab Rana Agondh, Sonu Rana Alawla, Rajat Rajput


......................................................................
Dj Rajput Song,
Rajputana Song,
Rajput Song,
Thanku Song,
Dj Rajput,
Rajputana Song,
Thakur Song 2020,
Thakur Song,
mihirbhoj song,
mihirbhoj partihar song,
Samrat mihirbhoj song,
Samrat mihirbhoj partihar song,
rajput Samrat mihirbhoj song,
mihirbhoj partihar all song,
all 2021 song,
all rajputana song,
Thakur Sahab song,
Thakur mihirbhoj partihar song,
Thakur mihirbhoj song,
Rajput king Samrat mihirbhoj song,
ase surveer Yodha ko me hath jod parnam kru.
mne liya janam rajput kom me .esi baat pe maan kru...

...
जीवन परिचय सनातन धर्म रक्षक सम्राट मिहिरभोज प्रतिहार (1) सम्राट मिहिरभोज का जन्म विक्रम संवत 873 (816 ईस्वी) को हुआ था। आपको कई नाम से जाना जाता है जैसे भोजराज, भोजदेव , मिहिर , आदिवराह एवं प्रभास। (2) आपका राज्याभिषेक विक्रम संवत 893 यानी 18 अक्टूबर दिन बुधवार 836 ईस्वी में 20 वर्ष की आयु में हुआ था। और इसी दिन 18 अक्टूबर को ही हर वर्ष भारत में आपकी जयंती मनाई जाती है। (3) इनके दादा का नाम नागभट्ट द्वितीय था उनका स्वर्गवास विक्रम संवत 890 (833 ईस्वी) भादो मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी को हुआ। इनके पिता का नाम रामभद्र और माता का नाम अप्पादेवी था। माता पिता ने सूर्य की उपासना की थी जिसके फलस्वरूप उन्हें मिहिरभोज के रुप मे पुत्र की प्राप्ति हुई थी। (4) सम्राट मिहिरभोज की पत्नी का नाम चंद्रभट्टारिका देवी था। जो भाटी राजपूत वंश की थी। इनके पुत्र का नाम महेन्द्रपाल प्रतिहार था जो सम्राट मिहिरभोज के स्वर्गवास उपरांत कन्नौज की गद्दी पर बैठे। (5) विक्रम संवत 945 (888 ईस्वी) 72 वर्ष की आयु में सम्राट मिहिरभोज प्रतिहार का स्वर्गवास हुआ।
.
सम्राट मिहिर भोज प्रतिहार अथवा परिहार/पड़िहार वंश के क्षत्रिय थे। मनुस्मृति में प्रतिहार, पड़िहार, पढ़ियार, परिहार शब्दों का प्रयोग हुआ हैं। परिहार एक तरह से क्षत्रिय शब्द का पर्यायवाची है। क्षत्रिय वंश की इस शाखा के मूल पुरूष भगवान राम के भाई लक्ष्मण माने जाते हैं। लक्ष्मण का उपनाम, प्रतिहार, होने के कारण उनके वंशज प्रतिहार, कालांतर में परिहार/पड़िहार कहलाएं। कुछ जगहों पर इन्हें अग्निवंशी बताया गया है, पर ये मूलतः सूर्यवंशी हैं। पृथ्वीराज विजय, हरकेलि नाटक, ललित विग्रह नाटक, हम्मीर महाकाव्य पर्व (एक) मिहिर भोज की ग्वालियर प्रशस्ति में परिहार वंश को सूर्यवंशी ही लिखा गया है। लक्ष्मण के पुत्र अंगद जो कि कारापथ (राजस्थान एवं पंजाब) के शासक थे, उन्ही के वंशज परिहार/पड़िहार है।
.
मायने में अर्थ कर इसे जाती सूचक नहीं स्थान सूचक सिद्ध करता है जिससे भगवान्लाल इन्द्रजी,देवदत्त रामकृष्ण भंडारकर,जैक्सन तथा अन्य सभी विद्वानों के मतों को खारिज करता है जो इस सज्ञा के उपयोग से प्रतिहारो को गुर्जर मानते है।
११) कुशनवंशी राजा कनिष्क के समय में गुर्जरों का भारतवर्ष में आना प्रमाणशून्य बात है,जिसे स्वयं डॉ.भगवानलाल इन्द्रजी ने स्वीकार किया है,और
गुप्तवंशियों के समय में गुजरो को राजपूताना,गुजरात और मालवे में जागीर मिलने के विषय में कोई प्रमाण नहीं दिया है। न तो गुप्त राजाओं के लेखो और भडौच से मिले दानपत्रों में इसका कही उल्लेख है।
१२)३६ राजवंशो की किसी भी सूची में इस वंश के साथ “गुर्जर” एद का प्रयोग नहीं किया गया है। यह तथ्य भी गुर्जर एद को स्थानसूचक सिद्धकर सम्बंधित एद का कोइ विशेष महत्व नही दर्शाता।
१३)ब्राह्मण उत्पत्ति के विषय में इस वंश के साथ द्विज,विप्र

Комментарии

Информация по комментариям в разработке