wo usi ko milta hai jo baanta hai | प्रकृति के सिद्धांत उसपर नहीं लगते।

Описание к видео wo usi ko milta hai jo baanta hai | प्रकृति के सिद्धांत उसपर नहीं लगते।

प्रकृति के सिद्धांत उसपर नहीं लगते। वहाँ बाँटने से बढ़ता है। | wo usi ko milata hai jo baanta hai

tumhe kuch bhi krne ki jarurat nhi? | Achintya
swayam ko kyon jane?
ashtavakra geeta hindi
swayam ko janana samajhna jaroori kyon hai?
why I should know myself?
mai swayam ko kyon janu?
swayam ko kaise jane?
how to understand myself?
aatmgyan kaise paye?
aatmgyan kaise ho?
ramana maharshi teaching?
teaching of ramana maharshi
आत्मज्ञान के बिना सारे सुधार मूर्खतापूर्ण होंगे। | रमण महर्षि | swayam ko janana jaroori kyon hai?


पुस्तक:
संगत और उपहार दोनों बहुत महत्त्वपूर्ण हैं। क्यों? क्योंकि जिसकी आप संगत करते हैं, आप भी वैसे ही हो जाते हैं। इसी प्रकार किसी भी व्यक्ति को आप जो उपहार दे रहे हैं; क्या वह उसके जीवन में बोध, प्रेम, करूणा, शान्ति और सहजता लाएगा या उसके जीवन को अज्ञान, दुख, बंधन और भ्रम से भरेगा? जीवित महान लोगों के बाद, सबसे अच्छी संगत और उपहार होता है; अच्छी पुस्तकें। यह पुस्तक आपके लिए शुभ हो…
🌹🙏🌹

अचिंत्य

आज पुस्तक पब्लिश हो चुकी है। आप यदि पढ़ना चाहें तो; नीचे दिए गए लिंक से बुलवा सकते हैं:
पुस्तक को रेटिंग और रिव्यू जरूर दें।
यदि पुस्तक आपको अपने लिए लाभदायक लगे तो अन्य लोगों को भी पढ़ने के लिए जरूर बोलें... धन्यवाद!
https://notionpress.com/read/beparvah...


for more, follow here
https://linktr.ee/SwayamSeSatyaTak

=========================================∆∆∆∆∆∆∆∆∆∆∆∆∆∆∆∆∆∆∆∆∆∆∆∆∆∆∆∆∆∆∆∆


अक्सर आपके बहुत सारे सवाल;
मैसेज और कॉमेंट्स के माध्यम से आते हैं तो हमने कुछ समय पहले आप लोगों के लिए एक सुविधा चालू की थी कि आप चाहे तो डायरेक्ट फोन से बात कर सकते हैं। लेकिन तब बहुत ज्यादा लोगों के मैसेज और फोन भी आते थे तो उससे डायरेक्ट बात करने में बहुत व्यवधान और समस्या खड़ी होती थी। सभी लोगों से बात करना मुश्किल हो जाता था और एक ही व्यक्ति से जब बात की जाती थी तो एक घंटा, डेढ़ घंटा, दो घंटे तक निकल जाते थे। बात लंबी हो जाती थी तो उसमें समय बहुत लगता था। अब आप यदि हमसे (वक्ता से) अपना सवाल आमने सामने पूछना चाहते हैं तो आप कृपया नीचे दिया गया फॉर्म भरें।
फिर हम जूम मीटिंग या गूगल मीटिंग के माध्यम से आपसे बात करेंगे जिसमें चालीस/पचास मिनट का समय रहेगा उसके बाद मीटिंग अपने आप समाप्त हो जायेगी जिससे ज्यादा समय भी बर्बाद नहीं होगा और जो सवाल महत्त्वपूर्ण होंगे आप उन्हीं को पूछेंगे तो वो ठीक रहेगा। तो यदि आपका कोई सवाल है तो यह फॉर्म भर सकते हैं।
धन्यवाद! 🌹🙏🌹

https://forms.gle/ghsknLLmgh6K5QpZ7

सवाल बहुत लोगों के होते हैं, किंतु आपसे बात करने के लिए एक ही व्यक्ति है।
इसलिए यदि एक ही व्यक्ति को बार-बार सारा समय दिया गया तो बाकियों से एक बार भी बात नहीं हो पाएगी।
इसलिए एक ही व्यक्ति से बार-बार बात नहीं होगी।
यदि आपका सवाल ज्यादा जरूरी है तो आप फीस देकर बात कर सकते हैं। ताकी उस धन का उपयोग करके हम किसी तरह समय की भरपाई कर सकें।
पहली बार आप मुफ्त में बात कर सकते हैं, दूसरी बार फीस देकर बात कर सकते हैं।
आमने-सामने बात करने से पहले यदि आपने वीडियो नहीं सुने हैं तो कृपया पहले वीडियो जरूर सुनें।


यदि आप किसी तरह का आर्थिक सहयोग करना चाहते हैं तो आप चैनल के मेंबर बन कर सहयोग कर सकते हैं अथवा इस UPI 👇 के माध्यम से भी कर सकते हैं।
priyasandeeparmar935678@okicici

किसी भी काम को बेहतर ढंग से करने के लिए संसाधनों की जरूरत होती है, धन भी उन्हीं संसाधनों में से एक महत्वपूर्ण संसाधन है।
सहयोग करके आप हमारी सहायता नहीं कर रहे हैं, अपितु सहयोग करके आप स्वयं की और अपने ही जैसे अन्य लोगों की सहायता कर रहे हैं।
जितने संसाधन हमारे पास हैं उतने हम इसी काम को समर्पित कर देते हैं उसी के परिणामस्वरूप आज बात आप तक पहुँच पा रही है। मगर जैसे आपका दुख और अज्ञान है वैसे ही अन्य जीवों का भी है।
संसाधनों के सदुपयोग से ही अधिक लोगों तक शिक्षा पहुँचती है और सुधार आता है। अपनी स्वेक्षा से ही योगदान दें।
धन्यवाद!



#love
#selfrealization
#wisdom
#ashtavakrageeta
#ashtavakragita
#ashtavakra
#selfunderstanding
#understanding
#understand
#truth
#truthseekers
#ramanamaharshi
#maharshiramana
#maharshiraman
#love
#motivation
#philosophy #selfknowledge #selfrealization #aatmgyan #selfknowing #spirituality #swayamsesatyatak #hindi #ashtavakra #aatma

Комментарии

Информация по комментариям в разработке