Logo video2dn
  • Сохранить видео с ютуба
  • Категории
    • Музыка
    • Кино и Анимация
    • Автомобили
    • Животные
    • Спорт
    • Путешествия
    • Игры
    • Люди и Блоги
    • Юмор
    • Развлечения
    • Новости и Политика
    • Howto и Стиль
    • Diy своими руками
    • Образование
    • Наука и Технологии
    • Некоммерческие Организации
  • О сайте

Скачать или смотреть शुक्र से लेकर केतु तक का उच्चस्थ फल

  • श्री ज्योतिष परामर्श केंद्र ढेलवरिया चौ.वाराणसी
  • 2024-12-11
  • 48
शुक्र से लेकर केतु तक का उच्चस्थ फल
  • ok logo

Скачать शुक्र से लेकर केतु तक का उच्चस्थ फल бесплатно в качестве 4к (2к / 1080p)

У нас вы можете скачать бесплатно शुक्र से लेकर केतु तक का उच्चस्थ फल или посмотреть видео с ютуба в максимальном доступном качестве.

Для скачивания выберите вариант из формы ниже:

  • Информация по загрузке:

Cкачать музыку शुक्र से लेकर केतु तक का उच्चस्थ फल бесплатно в формате MP3:

Если иконки загрузки не отобразились, ПОЖАЛУЙСТА, НАЖМИТЕ ЗДЕСЬ или обновите страницу
Если у вас возникли трудности с загрузкой, пожалуйста, свяжитесь с нами по контактам, указанным в нижней части страницы.
Спасибо за использование сервиса video2dn.com

Описание к видео शुक्र से लेकर केतु तक का उच्चस्थ फल

#Shri #jyotish #astrology श्री ज्योतिष परामर्श केंद्र ढेलवरिया चौकाघाट वाराणसी से मैं पंडित विद्याभूषण उपाध्याय बोल रहा हूं। ज्योतिष के बारे में मैं प्रारंभिक जानकारी देने जा रहा हूं मित्रों से अनुरोध है की जिन्हें ज्योतिष से लगाव है। वे ज्योतिष को जानने के लिए मेरे यूट्यूब चैनल को सब्सक्राइब और लाइक शेयर कमेंट जरुर करें अच्छी-अच्छी जानकारियां आपको प्राप्त होगी जिससे आपके जीवन में क्या-क्या घटित हो रहा है इसके बारे में पता चलेगा। कुंडली में लग्न इत्यादि 12 भाव होते हैं 12 भावों के अलग-अलग स्वामी होते हैं सभी अपने स्वभाव के अनुसार फल देते हैं जिनकी जैसी स्वभाव होती है जातक के ऊपर वैसा ही उसका प्रभाव दिखता है 12 भाव के 12 कारक होते हैं यदि कुंडली में जिस भाव के जो कारक ग्रह हैं वे यदि अपने कारक भाव में अकेले बैठते हैं तो उस भाव का फल को नष्ट कर देते हैं क्योंकि कारक ग्रह जो होते हैं उन्हें अपनी मित्र की सहायता जरूर चाहिए होता है इसी प्रकार ग्रहों की जो उपलब्धता होती है उसके अनुसार ही शुभता या अशुभता का पता चलता है।यदि शुभ ग्रह केंद्र में बैठे हो उच्च के होकर बैठे हो तो वह राजयोग भी प्रदान करते हैं ।केंद्र में बैठने वाले ग्रह में यदि क्रूर ग्रह अपने क्रूर मित्र के साथ बैठे हो तो उसे अशुभ फल प्रदान कर सकते हैं। कुंडली में लग्नेश का बहुत बड़ा महत्व होता है लग्नेश यदि अपने मित्र के साथ लग्न में चतुर्थ में पंचम में सप्तम में नवम में दशम में यदि बैठे होते हैं तो निश्चित ही उस भाव की वृद्धि करते हैं लग्न से उच्च होकर मित्रस्थ होकर स्व राशि होकर या मूल त्रिकोण में होकर बैठना फल की वृद्धि करता है। #श्री ज्योतिष#परामर्श#केंद्र 🧙🚩# पंविद्याभूषणजी 🙏🙏
🙏 हर हर महादेव जय विश्वनाथ🙏🙏

Комментарии

Информация по комментариям в разработке

Похожие видео

  • ज्योतिष विज्ञान || आचार्य प्रशांत
    ज्योतिष विज्ञान || आचार्य प्रशांत
    1 год назад
  • राहु केतु कितने भी खराब हों ,ये उपाय करेगा चमत्कार | Happy Life Astro | Dr. Yogesh Sharma
    राहु केतु कितने भी खराब हों ,ये उपाय करेगा चमत्कार | Happy Life Astro | Dr. Yogesh Sharma
    1 год назад
  • О нас
  • Контакты
  • Отказ от ответственности - Disclaimer
  • Условия использования сайта - TOS
  • Политика конфиденциальности

video2dn Copyright © 2023 - 2025

Контакты для правообладателей [email protected]