#प्रयोजनवाद

Описание к видео #प्रयोजनवाद

#Pragmatism
#प्रयोजनवाद
#EducationandPholosophy
दर्शन-
एक ऐसा अध्ययन है जिसमें अनुकूल सत्य या प्रत्यक्ष अनुभव लोक परलोक और आध्यात्म का ज्ञान प्राप्त किया जाता है। इसे अन्तर्गत संपूर्ण ब्रहमांड एवम मानव जीवन के वास्तविक स्वरूप आत्मा परमात्मा, जीव जगत, ज्ञान अज्ञान, ज्ञान प्राप्त करने के साधन तथा मनुष्य के करणीय तथा अकरणीय कार्यो का तार्किक विवेचन किया जाता है।
दर्शन की शाखाएँ|अंग|क्षेत्र-
तत्व मीमांसा
ज्ञान मीमांसा
मूल्य मीमांसा ।
प्रयोजनवाद
-प्रयोजनवाद अंग्रेजी भाषा के Pragmatism का हिंदी रूपांतर है। जिसकी उत्पत्ति ग्रीक भाषा के Prama शब्द से हुई है, जिसका तात्पर्य है,क्रिया अर्थात् व्यवहारिक या व्यवहार्य । दूसरे शब्दों में प्रयोजनवाद वह विचारधारा है जो उन्ही बातों को सत्य मानती है जो व्यवहारिक जीवन में काम आ सके।
प्रयोजनवाद मूर्त वस्तुओ, शाश्वत मूल्यों, पूर्णता और उत्पत्ति में विश्वास नही करते, वे मानते है सदैव देश ,काल ,परिस्तिथी के अनुसार सत्य परिवर्तित होता रहता है ।
प्रयोजनवादी विचारधारा करके सिखने (Learning by Doing) के सिद्धांत पर बल देती है।

Комментарии

Информация по комментариям в разработке