अजब शहर: अमरीका में कबीर - भाग १ / Kabir in America: Part 1 (Hindi Subtitles)

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सन २००३ में कबीर की वाणी को अमरीका में एक अदभुत यात्रा के दौरान प्रस्तुत किया गया. डॉ. लिंडा हैस द्वारा आयोजित इस ढाई महीने की यात्रा में प्रहलाद सिंह टिपानिया और उनके साथी कलाकारों ने मालवी लोक शैली में कबीर भजन के ३५ कार्यक्रम प्रस्तुत किए.

"अजब शहर: अमरीका में कबीर - भाग १ एवं २" फिल्मों में १२ कबीर भजन प्रस्तुत हैं, और साथ में इस सफ़र के दौरान घटे कुछ चुनिन्दा अनुभव भी, जिनमें मालवा के ग्रामीण लोक कलाकार अमरीका की अनजान संस्कृति से वाकिफ़ होते हैं. उनके लिए यह दुनिया अजब ज़रूर थी, लेकिन शायद उतनी अजब नहीं जितनी हमारे अंतर की दुनिया, जिसे खोजने का आग्रह कबीर करते हैं.

भाग १ में यह भजन प्रस्तुत हैं -
१. कहाँ से आया कहाँ जाओगे
२. हम परदेसी पंछी
३. कोई सुनता है गुरु ग्यानी
४. थारा रंगमहल में
५. थाने गम नहीं राखी भाई
६. चादर झीनी रंग झीनी

पांच तारों वाले लोक वाद्य - तम्बूर - को प्रहलाद सिंह टिपानिया ने १९७८ में पहली बार सुना. उस समय वह २४ वर्ष के थे और उनके परिवार में गायकी की कोई परंपरा नहीं थी. लेकिन इस एक पल ने उनकी ज़िन्दगी का रुख ही बदल दिया क्योंकि यही तम्बूर उनको कबीर की दुनिया में ले जाने का माध्यम बना. आज चार दशकों के बाद, मालवा में प्रहलाद टिपानिया का नाम घर घर में मश्हूर है. इस क्षेत्र में कबीर की मौखिक परम्पराओं को बढ़ावा देने का श्रेय बहुत लोग उन्हीं को देते हैं. वे एक सरकारी स्कूल के अध्यापक रह चुके हैं, लेकिन वे कबीर के आध्यात्मिक और सामजिक सन्देश को जन जन तक पहुंचाने के लिए अधिक पहचाने जाते हैं. सम्पर्क करें - +91-94250-84096.

डॉ. लिंडा हैस ने अमरीका में स्तिथ स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय के "धार्मिक अध्ययन" विभाग में दो दशकों के लिए पढ़ाया है. उनकी पुस्तक "बीजक ऑफ़ कबीर", जिसका लेखन उन्होंने डॉ. शुखदेव सिंह के साथ किया, अंग्रेज़ी में कबीर के सबसे श्रेष्ठ अनुवादों में से एक मानी गयी है. इसके अलावा कबीर की मौखिक परम्पराओं पर उनकी दो और किताबें छपी हैं - 'सिंगिंग एम्पटीनेस' व 'बॉडीज़ ऑफ़ सांग'. सम्पर्क करें - [email protected].

'अजब शहर: अमरीका में कबीर' शबनम विरमानी द्वारा बनी कबीर पर कई फिल्मों में से एक है. शबनम फिल्म निर्माता व गायिका हैं, और २००३ में उन्होनें 'कबीर प्रोजेक्ट' की शुरुआत की, जो कि सृष्टि इंस्टिट्यूट ऑफ़ आर्ट, डिज़ाइन व टेक्नोलॉजी, बैंगलोर में स्तिथ है. संपर्क करें: [email protected].

इस फिल्म का डीवीडी (किताब के साथ) यहाँ उपलब्ध है - https://tinyurl.com/y9gvacmj. इस फिल्म का भाग २ यहाँ देखिए -    • अजब शहर: अमरीका में कबीर - भाग २  / A...  

यह वीडियो आने वाली 'अजब शहर' नामक वेबसाइट का एक हिस्सा है, जिसमें भारत और पास के देशों की भक्ति, सूफ़ी और बाउल परंपरा से सम्बंधित गीत, चर्चाएं और चित्र शामिल होंगे. इस वेबसाइट का निर्माण बैंगलोर की कबीर प्रोजैक्ट टीम कर रही है. www.ajabshahar.org, www.kabirproject.org

संगीत क्रेडिट्स -
गायन एवं तम्बूरा - प्रहलाद सिंह टिपानिया
सह-गायन एवं मंजीरा - अशोक टिपानिया
वायलिन - देवनारायण सारोलिया
ढोलक - अजय टिपानिया

फ़िल्म क्रेडिट्स -
निर्देशन - शबनम विरमानी
छाया व ध्वनि रिकार्डिंग - शबनम विरमानी व टी. जयश्री
संकलन - वसीम शेख़ व शबनम विरमानी
संकलन सहाय - वसंथ कुम्मी, रूमह रसाक़, आश्ती मुदनानी, तारा किनी
निर्देशन सहाय - रूमह रसाक़
आर्थिक सहाय - फ़ोर्ड फाऊँडेशन
निर्माण - सृष्टि, बैंगलोर
संग्रह - कबीर प्रोजैक्ट
निर्माण वर्ष - 2009

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