चाणक्यनीति दर्पण#15 Chanakya Niti Darpanजो मित्र व शत्रु में अंतर नहीं कर पाते; वे कभी सफल नहीं होते

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मनुष्य बूढ़ा कैसे होता है? How does a man grow old? मनुष्य बूढ़ा क्यों हो जाता है? Why does a man grow old? क्या मनुष्यों की तरह पशु और पदार्थ भी बूढ़े हो जाते हैं? Do animals and objects also grow old like humans?समय की पहचान कैसे करें? How to identify time? मित्र को कैसे पहचानें? How to identify a friend? स्वयं को जानने का क्या लाभ है? What is the benefit of knowing oneself? अपनी शक्ति और कमजोरी को क्यों जानना चाहिए? Why should one know one's strength and weakness? अभिभावक कौन होते हैं? Who are the guardians? प्रतिमा की पूजा कौन करते हैं? Who worships the idol?

आचार्य चाणक्य कहते हैं कि जो लोग बिना विश्राम किए बहुत अधिक कार्य करते हैं वे जल्दी ही बूढ़े हो जाते हैं। जिन घोड़ों को बंधन में रखा जाता है, वे जल्दी ही अपनी शक्ति खो देते हैं। जब जीवन में प्रेम नहीं रहता, तो जीवन का रस समाप्त हो जाता है।
प्रत्येक मनुष्य को सदा समय मित्र-शत्रु, आय-व्यय, कर्त्तव्य-अकर्त्तव्य, शक्ति और कमजोरी; इन सब विषयों के बारे में विचार करके काम करना चाहिए।
अभिभावक पाँच प्रकार के होते हैं - जन्म देने वाला यानि पिता, विद्यारंभ कराने वाला ब्राह्मण, विद्या प्रदान करने वाला गुरु, अन्न देने वाला दाता और भय से मुक्त कराने वाला संरक्षक।
इसी प्रकार स्त्रियों में राजा की पत्नी, गुरु की पत्नी, मित्र की पत्नी, पत्नी की माता और अपनी माता; ये पाँच माताएँ कही गई हैं।
आचार्य चाणक्य के अनुसार जो वेद की परम्परा से शिक्षित होते हैं, वे सर्वत्र ईश्वर का दर्शन कर सकते हैं। जो अन्य ग्रंथों और गुरुओं का अनुसरण करने वाले अपने हृदय में ईश्वर का दर्शन कर सकते हैं, लेकिन जो ब्रह्मांड और स्वयं में ईश्वर का दर्शन नहीं कर पाते; वे प्रतिमा की पूजा करते हैं।

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