Patanjali Yog Shivir: Swami Ramdev | Rashtrapati Bhavan, Delhi | 18 Feb 2017 (Part 2)

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कपालभाति इसको एक सेकेण्ड में एक बार करना जो शादी के बाद संतान सुख से वंचित हैं उनको बेटा बेटी का सुख मिलेगा किसी को स्पर्म आदि ठीक से नही बनता है उनको स्पर्म अच्छा होगा जिनका ओवम ठीक से नही बनता उनका ओवम ठीक से बनेगा आज जितनी भी एलोपेथी की जितनी भी तेज दवाई खाई जाती हैं वो सीधा किडनी पर बुरा असर डालता हैं कम पानी पिने से ज्यादा तीखे व तले हुए प्रदार्थ खाने से और किसी का जनेटिक किडनी ही वीक होता हैं किसी भी प्रकार से अगर आपकी किडनी खराब हैं तो कपालभाति से आपकी किडनी अच्छी हो जाती हैं एक कपालभाति जिससे किडनी पेनक्रियाज इससे एक्टिवेट होता हैं और इससे जिनका पेट मोटा हैं उनका पेट भी पतला हो जायेगा कपालभाति को पांच से पन्द्रह मिनट तक रोज करना हैं दूसरा बाह्य प्राणायाम इससे पुरे नसों में उर्जा का संचार होता हैं अब उज्जाई प्राणायाम ये गले के लिए हैं जिनको भी गले की कोई समस्या हैं उनके लिए उज्जाई प्राणायाम बहुत जरूरी हैं थायराइड कपालभाति उज्जाई प्राणायाम से क्योर हो जाता हैं सबसे पहले गले को टाईट करे फिर साँस को अंदर भरे फिर थोड़ी देर भरकर रोककर रखे फिर बांये नाक से साँस को छोड़े ये हुआ उज्जाई प्राणायाम इसको तीन से पांच बार कर सकते हैं जिनको थायराइड की ज्यादा समस्या हैं वो दस से पन्द्रह बार कर सकते हैं अनुलोम विलोम में वायु मुद्रा में दायी नाक को बंद करेंगे और बांयी नाक से साँस लेंगे फिर दायी नाक से छोड़ेंगे फिर दांयी से लेंगे फिर बांयी से छोड़ेंगे ये स्ट्रेस को दूर करने के लिए सबसे अच्छा योग अभ्यास हैं अनुलोम विलोम को कम से कम दस से पन्द्रह मिनट तक करना चाहिये और सामान्य रूप से सभी को करना हैं और किसी को ब्लडप्रेशर हार्ट की समस्या हैं तो वो पन्द्रह मिनट करे और भी कई समस्या हैं तो इसको आधा आधा घंटा कर सकते हैं इसको कहते हैं अनुलोम विलोम प्राणायाम ये पुरे शरीर के नस नाड़ियों के लिये बहुत फायदेमंद हैं अब अगली प्रक्रिया आसन और प्राणायाम जिससे हम अपने शरीर को स्वस्थ कैसे रख सकते हैं शरीर को समान्य रखने के लिए अभ्यास सबसे पहले दोनों हाथ को सिर के उपर रख लेंगे पैर पास में साँस को अंदर भरते हुए हाथ की हथेली की रुख उपर की ओर और कोहनिया सीधी फिर नीचे इसे कहते हैं ताड़ आसन अब शरीर के स्ट्रेचिंग के लिए अगला अभ्यास हैं हाथ को उपर उठाएंगे और बायीं तरफ धीरे धीरे झुकेंगे उपर वाला हाथ कान पर और नीचे वाला हाथ पैर की टखने पर फिर वापस इस प्रक्रिया को दोनों तरफ से करे कोंड़ आसन क्रोस करके दहिने हाथ से बाएं पैर को छुएंगे बाएं हाथ उपर थोड़ी देर रुकेंगे फिर वापस उसी प्रक्रिया को करेंगे अब दोनों हाथ धीरे धीरे उपर की ओर उठाएंगे श्वास बाहर छोडकर के आगे झुकेंगे और माथा घुटनों पर लगायेंगे फिर हाथ उपर इसको ऐसे पांच दस बार करे ये वेट कम करने के लिये चार अभ्यास बड़े अच्छे हैं गरुडा आसन भी अच्छा होता दहिने पैर को बाएं में फसाया और बाएँ हाथ में दांए हाथ को इससे वेट कम होता हैं अब दहिने पैर को उठाए बाएं पर में लगायेंगे और एडी उपर की ओर पंजा नीचे की ओर दोनों हाथ साइड से उठाए दोनों हथेली मिली हुई और कुछ देर रुके फिर नीचे फिर दूसरी एयर से उसी प्रक्रिया को करे इसको वृक्षा आसन कहते हैं इससे शरीर की menten के लिए किये गये अभ्यास हैं जो बड़ी उम्र वाले हैं वे सूक्षम व्यायाम ही करे तो अच्छा होगा जिनको वजन कम करना हैं वे आनाज बंद कर दे खाली फल खाये और मुंग की दाल छिलके वाली और सब्जियाँ इसका प्रयोग करने से एक से दो किलो वजन कम हो सकता हैं

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