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Скачать или смотреть दूसरे की आत्मा का निरादर करने वाले कभी सुखी नहीं रह पाते | Nonveg | Meat | Egg. swadhyaywithsatyam

  • Swadhyay with Satyam
  • 2025-10-13
  • 16
दूसरे की आत्मा का निरादर करने वाले कभी सुखी नहीं रह पाते | Nonveg | Meat | Egg. swadhyaywithsatyam
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Описание к видео दूसरे की आत्मा का निरादर करने वाले कभी सुखी नहीं रह पाते | Nonveg | Meat | Egg. swadhyaywithsatyam

ॐ

"स्वाध्यायः प्रणवादिपवित्राणां जपो मोक्षशास्त्राध्ययनं वा।"
प्रणवादि पवित्रमन्त्रों का जप और मोक्षशास्त्रों का अध्ययन 'स्वाध्याय' कहा जाता है।

और

स्वाध्याय का शाब्दिक अर्थ है- 'स्वयं का अध्ययन करना'।


जीवन-निर्माण और सुधार संबंधी पुस्तकों का परमात्मा और मुक्ति की ओर ले जाने वाले ग्रंथों का अध्ययन, श्रवण, मनन, चिंतन आदि करना स्वाध्याय कहलाता है। आत्मचिंतन का नाम भी स्वाध्याय है। अपने बारे में जानना और अपने दोषों को देखना भी स्वाध्याय है। स्वाध्याय के बल से अनेक महापुरुषों के जीवन बदल गए हैं। शुद्ध, पवित्र और सुखी जीवन जीने के लिए सत्संग और स्वाध्याय दोनों आधार स्तंभ हैं।

स्वाध्याय से व्यक्ति का जीवन, व्यवहार, सोच और स्वभाव बदलने लगता है।

today's video topic:

"क्या मांसाहारी महात्मा बन सकता हैं ?"

इस वीडियो में बताया गया है कि मांसाहार (Non-Veg) केवल शरीर को नहीं, बल्कि आत्मा और चेतना को भी प्रभावित करता है। जब हम किसी जीव की हत्या करते हैं या उसका मांस ग्रहण करते हैं, तो उसके साथ जुड़ी हिंसा, पीड़ा और नकारात्मक ऊर्जा हमारे भीतर प्रवेश करती है।
आध्यात्मिक मार्ग पर चलने वाले व्यक्ति के लिए अहिंसा, करुणा और पवित्रता सबसे प्रमुख साधन हैं। मांसाहार इन सभी गुणों के विपरीत है — यह मन को अस्थिर, बुद्धि को मलीन और हृदय को कठोर बना देता है।
वेद, उपनिषद, भगवद्गीता और संतों ने सदा कहा है कि जीवों में वही परमात्मा विद्यमान है जो हममें है। इसलिए जब हम दूसरों की पीड़ा को अनुभव करने लगते हैं, तब ही सच्ची आध्यात्मिकता की शुरुआत होती है।

👉 इस वीडियो में आप जानेंगे —

Non-Veg के शारीरिक, मानसिक और आत्मिक दुष्प्रभाव

क्यों मांसाहार ध्यान, साधना और ईश्वर से जुड़ाव में बाधा बनता है

अहिंसा और सात्त्विक आहार का महत्व

संतों और शास्त्रों की दृष्टि से मांसाहार का निषेध


यह वीडियो आपको अंदर से झकझोर देगा और प्रेरित करेगा कि आप अपने आहार और जीवन दोनों को पवित्र बनाएं।
“जो दूसरों में आत्मा देख लेता है, वही सच्चे अर्थों में ईश्वर को देखता है।”


#nonveg #food #upnishad #vedanta #geeta #motivation

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