Aheer Folk Dance Rani Durgavati Vishwavidyalaya,JBP || Zonal Youth Festival 2024 || Kadam Sanstha

Описание к видео Aheer Folk Dance Rani Durgavati Vishwavidyalaya,JBP || Zonal Youth Festival 2024 || Kadam Sanstha

इस डांस को करने से पहले डायरेक्टर कि परमिशन लेना अनिवार्य है।

#37मध्यक्षेत्रीय_युवा_उत्सव_2023_2024
#समूह_नृत्य_विधा
#प्रथम_स्थान
#ऐतिहासिक_विजय
सुभारती विश्वविद्यालय,मेरठ उत्तरप्रदेश में आयोजित हुई युवा उत्सव में समूह लोकनृत्य प्रतियोगिता में रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के समूह नृत्य की ओवरऑल चैंपियनशिप जीत कर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राजेश कुमार वर्मा DSW डॉ. विवेक मिश्रा सांस्कृतिक सचिव डॉ आर. के. गुप्ता के मार्गदर्शन में रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय को पुनः गौरवान्वित किया।
कदम संस्था के युवा निर्देशकों की अगुवाई में महाकौशल अंचल की पहचान अहीर लोकनृत्य ने पुनः राष्ट्रीय युवा उत्सव के लिए चयन।

#प्रथम_स्थान
लोक नृत्य अहीर
शासकीय महाकौशल कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय

मार्गदर्शन
संस्था के संस्थापक श्री योगेश गनोरे जी, मुख्य संगठक व नृत्य संयोजन श्री पंकज गोस्वामी जी की ओर से सभी प्रतिभागियों व कदम के निर्देशकों को ढेर सारी बधाई दी अगले स्तर में पहुंचने के लिए शुभकामनाएं दी।

परिकल्पना- डॉक्टर शैलेंद्र पांडे
निर्देशक - श्री कृष्णकांत दीक्षित
सह निर्देशन - श्री प्रवीण विनोदिया, श्री सुरेंद्र चौधरी श्री धर्मेंद्र गौतम, श्रीमती नीता दीक्षित, श्री विनोद कोरी, श्री आकाश चौरसिया
वादन -श्री किशोर बेन, श्री प्रियांश दीवान, श्री सौरभ सेन, श्री गुरुकांत दीक्षित, श्री अश्विन जंगे, श्री कार्तिक गुरुंग,श्री रोहित शर्मा

#RDVV की ओर से दल प्रभारी -श्री अजय राणा, डॉ मनोज विश्वकर्मा, डॉ नूतन केवट
प्रतिभागी छात्र - सुश्री दामिनी बाटव ,सुश्री श्वेता उदय, सुश्री खुशी बर्मन, रोहित नामदेव, लकी चौधरी, विशाल सुंदरम, राजवीर, सनी, ऋषि यादव, आयन

सहयोगी-श्रीमती रेनू कोरी, श्रीमती विभूति विनोदिया, श्री रोहित शर्मा, सुश्री स्मिता डे, सुश्री साक्षी विनोदिया,सुश्री झील सिंह, श्री रोहित नामदेव, श्री विशाल अहिरवार, श्री लकी यादव, श्री सुमित चौधरी, श्री अनिरुद्ध लिंगायत, श्री अजय कोल, सुश्री आशना यादव
सभी प्रतिभागियों एवं निर्देशकों को ढेर सारी शुभकामनाएं व बधाई।

नृत्य को करने से पहले डायरेक्टर की अनुमति लेना अनिवार्य है
संपर्क 8770769634,9993241814,9424728886
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#instagram / kadam_sanst. .

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पंजीयन क्रमांक 04/14/01/09089/06
म.प्र. संस्कृति संचनालय
गीत नाटक प्रभाग,भारत सरकार
महिला एवं बाल विकास,म.प्र.
जल निगम,म.प्र.
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग,म.प्र.
जन अभियान परिषद,म.प्र.
जनसंपर्क विभाग,म.प्र.

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पैरों में घुंघरू और पारंपरिक वेश-भूषा, अपनी धुन में मदमस्त होकर नाचते अहीर। गीतों की धुन ऐसी कि सुनने वाले भी थिरकने से खुद को न रोक सकें। अहीर नृत्य की परंपरा कब शुरू हुई ये कोई नही बता पाता। लेकिन आज भी इसे परंपरागत रूप से वैसे ही देखने मिलता है जैसे बरसों पहले।


अहीर नृत्य के नजारे दिवाली (अमावस्या) की रात से ही देखने मिलने लगते हैं। जो कि पूर्णिमा तक जारी रहते हैं। बताया जाता है कि अहीर नृत्य के लिए जिन परंपरागत वस्त्रों को धारण किया जाता है पहले उनकी पूजा की जाती है। वादन यंत्र भी विधि-विधान से पूजे जाते हैं। उसके बाद देवों की पूजा कर अहीर नृत्य किया जाता है।

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