Goli Naag - Gatha Chamatkaar Ki | Chiraag Jyoti Majta ft. Ishan Gazta | Surender Negi | Music Video

Описание к видео Goli Naag - Gatha Chamatkaar Ki | Chiraag Jyoti Majta ft. Ishan Gazta | Surender Negi | Music Video

तो लीजिए लेकर हम हाज़िर हैं युवा पारंपरिक - पहाड़ी संगीत सनसनी #ChiraagJyotiMajta की लगभग एक वर्ष से प्रतीक्षित और शायद वर्ष 2022 की सबसे बड़ी प्रस्तावित-संभावित पारंपरिक हिट #गोल़ी_नाग – 'गाथा चमत्कार की' लेकर !

खुद को पहाड़ी फोक संगीत का अडिग स्तंभ स्थापित कर चुके #चिराग अपना यह पहाड़ी संगीत इतिहास का दूसरा सबसे लंबा गीत लेकर हाज़िर हैं ! #गाथा है ये देवता साहिब गोलीनाग की ! ये गाथा है चमत्कार की, जो देवता बारिश... पुजारली_3 स्थित अपने बेहद खूबसूरत मंदिर में सुशोभित देवता नाग मूलतः कुल्लू से आए बताए जाते हैं ! और इसी गीत की चमत्कार की घटना के बाद से ही राजा बुशहर ने इन्हें अपने मुख्य पंचदेवों ( बुशहरी पंचदेव - देवता सुंगरा महेश्वर किन्नौर, देवता दत्तात्रेय बसाहरू रामपुर, देवता जाबल नारायण, देवता गोलीनाग तथा देवता गुढारु ) में शामिल किया था !

नागेश श्री शेषनाग के अनुज और भगवान् शिव की कंठमाला श्री वासुकी नाग के गर्भ से उत्पन्न अपने न्याय के लिए मशहूर देवता गोलीनाग अपने फरोग के टौंड्कू(खिम्टा) खानदान के लोगों के साथ कुल्लू की जगिन्दरी(जलंधरी) से नावर पधारे थे, और इसी वजह से चिराग ने देवता साहिब को सेवांजलि अर्पित करने हेतु गीत के शुरुआती भाग, 'लामण' में देवता साहब के मूल की 'कुल्लुवी-टोपी' पहनी है !

अपनी मान्यता अनुसार नावर के ही देवता रुदढ़ और देवता नरैणु को अपने भाई का दर्ज़ा देते हैं तथा... आगे भी भ्रात्री संबंध कायम रहेंगे !

खैर, गोलीनाग को #कोटखाई की बाघी के ह्ढ़ैल़ा, कल्बोग के बखराला, नावर के ही खांगटा व खारला से अलग-अलग कारणों की वजह से ख़ास लगाव है ! इनकी रियासत में मुख्यतः पुजारली 3, बटाड़ा, फरोग-धराल, नालाबण-जरला(आंशिक दोगरियाँ), कड़ीवण, कुठाड़ी, खल्गर, घासनी, खल़ाई, खलावन, हंस्टाड़ी-खमाडी, सामरा, घेऊटा, बड़गाण, धनोटी आदि गाँव आते हैं ! कोटखाई के अग्रिम पूज्य देवता साहिब् बैन्दरा (बौइन्दरा) की बहन देवरी-खनेटी क्षेत्र की अधिष्टात्री देवी मां नान्द्ण, राणा साहिब व यहीं के नाथ संप्रदाय इन्हें विशेष आदर-शीष नवाते हैं ! खैर जितना दिव्य इनका नाम और इतिहास उतनी ही स्वर्णिम इनकी महिमा ! अपने कुल्लू के मुख्य मूहरे में गोली लगने के कारण इनका नाम 'नावर के नाग' से 'गोलीनाग' पड़ा तथा इनके स्वर्णजड़ित रथ में काली, डोम(कोटखाई वाले नहीं), नारसिंह, दुर्गा, गणेश, इंही के अन्य नाग प्रतिरूप व खलावन के बीर(रैट्टा) सुशोभित हैं ! अपनी सदियों पुरानी चांदी की गाची(कमरबंद) में इनके रूप की छटा देखते ही बनती है !

अब बात करते हैं इस गीत की,तो हुआ यूँ कि रियासतकालीन समय में हिमाचल प्रदेश की इक्का-दुक्का सबसे विस्तृत रियासतों में से एक द्वापरयुगी #बुशहर रियासत में घोर अकाल और सूखा पड़ गया ! तत्कालीन राजा श्री शमशेर सिंह (जन्म-1838, मृत्यु- 5 अगस्त,1914 , जिन्हें क्षेत्रीय उपभाषा में राज़ा शेर सिंह... पुजारी स्व. श्री रौथु सिंग्टा (आज के पुजारियों में से एक श्री विनोद­ सिंग्टा के पूर्वज) और सूरज़ु पुजारी / माली आदि के नाम अंकित हैं, जो देवता साहिब के साथ तीर्थ दर्शनार्थी रहे होंगे, संभवतः इस तथ्य पर ये गाथा 1887 की ही हो !...

हुआ यूँ कि पूरी रियासत में अकाल पड़ गया ! पेड़- पौधे, वनस्पति, नदी, नाले-फसलें बुरी तरह सूख गईं ! चारों तरफ़ त्राहिमाम हो चला ! पूरी रियासत के देवी देवताओं से बारिश की गुहार लगाई गई ! सबसे बड़े तीन देवों श्री सुंगरा महेश्वर, दत्त महाराज और जाबल नारायण में मुखतः महेश्वर जी ने राजा-रानी को परामर्श दिया कि इंद्रलोक की चौकी में तो 'नावर का नाग' आसीन है ! अतः बारिश भी वही देवता करवा सकता है !... तो आगे क्या हुआ, क्या ये बारिश के देवता बारिश करवा पाए ? क्या ये देवता अपनी रियासत से बाहर निकल त्रस्त जनता के दिलों में अपना साम्राज्य स्थापित कर पाए ? आखिर क्या वजह थी जो इस यात्रा के बाद उन्हें तीर्थ यात्रा करनी पड़ गई ? कैसे लगे देवता गोलीनाग पर झूठे आरोप ? कैसे देवता ने देवराज्य की स्थापना की ? आखिर क्यों चिराग नें अपने कुलदेव देवता #सहदेव_पांडव के आशीर्वाद से ये गाथा गाने को चुनी ? असल चमत्कारों की झड़ियां और इन सभी सवालों के उत्तर जानने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें और जानें देवता साहिब गोलीनाग के इस पूरे वृत्तांत को विस्तार में, तो ये सब जानने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें -   / 5551627694849387  

और इस खूबसूरत वीडियो को अंत तक देखना ना भूलें, चिराग के सभी चाहने वालों के लिए इसके आखिर में एक और सरप्राइज़ है !

धन्यवाद !

जय गोलीनाग !
जय सहदेव !
जय जागा माता-शालू-शुरू काईना !
जय देव संस्कृति !
जय फोक-जय लोक !
जय हिमाचल-उत्तराखंड !
जय भारत !

𝅘𝅥𝅯 Song : Goli Naag – Gatha Chamatkaar Ki
𝅘𝅥𝅯 Singer : Chiraag Jyoti Majta
𝅘𝅥𝅯 Music : Surender Negi
𝅘𝅥𝅯 Featuring : Ishan Gazta ( Black Boyz) & CJM
𝅘𝅥𝅯 DOP : Arun Geshta
𝅘𝅥𝅯 Editing : Sushil Mehta (B.H.S. Rohru) & Vijay Jizta
𝅘𝅥𝅯 Flute & Shehnai : Labh Singh
𝅘𝅥𝅯 Concept : Prashant Sehta
𝅘𝅥𝅯 Lyrics : Traditional & Chiraag Jyoti Majta
𝅘𝅥𝅯 Record Labels : S.M. Records, C FOLK & Music HunterZ.
𝅘𝅥𝅯 Media Labels: Shurauch & Pahari Mehfil
𝅘𝅥𝅯 Powered by : Tharta Auto Care, Rohru
𝅘𝅥𝅯 Style by : Chauhan Abhushan Bhandar, Rohru
𝅘𝅥𝅯 Publicity Design : R Graphic Design Studio
𝅘𝅥𝅯 Design by : Pahadi Cap House, Kullu.
𝅘𝅥𝅯 Credits : Devinder Verma Halai, Munna Chandel, Naitik Sunta, Ritish Chauhan, Lavish Tegta, Kishan Verma, Santosh Toshi, Himalyan Brothers Rohru & Yuvi Negi Yudhveer.
𝅘𝅥𝅯 Produced and Presented by : C Folk & Music HunterZ.

A 'C FOLK', 'MUSIC HUNTERZ', 'SM_RECORDS', 'SHURAUCH' and 'PAHARI MEHFIL's project.

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